अम्बिकापुर..(सीतापुर/अनिल उपाध्याय).. मैनपाट के ऊपरी क्षेत्र में जमकर तोड़फोड़ मचाने के बाद जंगली हाथियों का नौ सदस्यीय दल अब तराई गाँव से होते हुये विकास खँड सीतापुर के ग्राम चलता पहुँच गया है। नौ सदस्यीय हाथियों का यह दल कल खड़गाँव में फसलों को नुकसान पहुँचाते हुये रातो रात ग्राम चलता पहुँच गन्ना के खेतों में डेरा जमा लिया है।
इस दौरान हाथियों के चपेट मे आने से मूंगफली, मक्का समेत गन्ना के फसल को काफी नुकसान पहुँचा है। वनपरिक्षेत्राधिकारी विजय कुमार तिवारी दलबल सहित हाथियों की गतिविधियों पर नजर रखे हुए है और हाथियों को यहाँ से सुरक्षित ठिकाने की ओर खदेड़ने के प्रयास जारी है ताकि किसी भी होनी को टाला जा सके।
विदित हो कि मैनपाट में आतंक का पर्याय बने जंगली हाथियों ने वहाँ जमकर तोड़फोड़ मचाते हुये अब तराई गाँव से होते हुए सीतापुर के नजदीक गाँव चलता-भिठुवा के बीच गन्ना के खेतों में अपना डेरा जमा लिया है। नौ सदस्यीय हाथियों का यह दल प्रतापगढ़ होते देर रात चलता-भिठुवा के बीच मौजूद गन्ने के खेतों में पहुँचा और रात से ही वहाँ डेरा जमाये हुये है। इस दौरान हाथियों के चपेट में आने से गन्ना के साथ मक्का एवं मूंगफली की फसले भी काफी प्रभावित हुई है।
हाथियों के क्षेत्र में आने की खबर मिलने पर वनपरिक्षेत्राधिकारी विजय कुमार तिवारी दलबल सहित मौके पर पहुँच हाथियों की गतिविधियों पर नजरे जमाये हुये है और उन्हें सुरक्षित ठिकाने की ओर खदेड़ने का प्रयास जारी है।
“इस संबंध में वनपरिक्षेत्राधिकारी विजय कुमार तिवारी ने बताया कि नौ सदस्यीय हाथियों का दल देर रात से ग्राम चलता-भीठुवा के बीच गन्ने के खेत मे डटा हुआ है। हाथियों की चपेट में आने से गन्ने की फसल प्रभावित हुई है साथ मे मक्का और मूंगफली की फसलों को आंशिक रूप से नुकसान पहुँचा है। जिसका आँकलन कर प्रभावितों किसानों को मुआवजा दिलाया जाएगा। फिलहाल हमारा पूरा प्रयास है कि जंगली हाथियों को सुरक्षित ठिकाने की ओर खदेड़ा जाये ताकि जानमाल की सुरक्षा हो सके।”