60 सालों की तुलना में तेरह साल में हुआ चार गुना अधिक विकास : डॉ. रमन सिंह

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राजनांदगांव

मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह आज राजनांदगांव जिले के डोंगरगढ़ विकासखंड के पुरैना गांव में वीरांगना रानी अवंतिबाई के 159वें बलिदान दिवस पर आयोजित लोधी समाज के कार्यक्रम में शामिल हुए। मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में उपस्थित लोधी समाज के सभी पदाधिकारियों और अपार जनसमूह को इस बलिदान दिवस के कार्यक्रम के भव्य आयोजन के लिए बधाई एवं शुभकामनाएं दी। विधानसभा के महत्वपूर्ण बजट सत्र के दौरान ढाई घंटे की छुट्टी लेकर पुरैना पहुंचे मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर कहा कि अंग्रेजों से स्वतंत्रता की लड़ाई में रानी अवंतिबाई की भूमिका और आत्म सम्मान तथा देश प्रेम के लिए दिया गया बलिदान केवल लोधी समाज के लिए ही नहीं बल्कि पूरे देश के सभी समाजों-धर्माे के लिए भी प्रेरणा का óोत है। डॉ. सिंह ने वीरांगना रानी अवंतिबाई को स्वतंत्रता संग्राम की पहली महिला सेनानी बताया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने छत्तीसगढ़ म़ें हुये विकास और जन-जन के कल्याण के लिए सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं के बारे में भी आमजनों को जानकारी दी। उन्होनें समाज के पदाधिकारियों की मांग पर डोंगरगढ़ में मां बम्लेश्वरी मंदिर के पास लोधी समाज की जमीन पर सामाजिक भवन बनाने के लिए 25 लाख रूपए की भी स्वीकृति दी। डॉ. रमन सिंह ने पुरैना ग्राम पंचायत की सरपंच श्रीमती विशाखा बाई वर्मा की मांग पर ग्राम पंचायत में विभिन्न विकास कार्यों के लिए 15 लाख रूपए भी मंच से ही स्वीकृत किये।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि आजादी के लिए अंगेेजों की दमनकारी नीतियों और उनकी राज हड़प नीति के विरोध में आवाज बुलंद करने वाली रानी अवंतिबाई ने पूरे मध्य भारत को अपनी वीरता और बलिदान से गौरान्वित किया है। रानी अवंतिबाई के अंगेजों को चुनौती देने के हौसले ने राजगढ़ से लेकर सिवनी और मण्डला तक के राजे-रजवाड़ों को अंगेजों के विरूद्ध संगठित करने का काम किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि रानी अवंतिबाई के समाज से जुड़े ऐसे लोगों के कार्यक्रम में पहुंचकर वे स्वयं गौरान्वित महसूस कर रहें है। डॉ. रमन सिंह ने कहा कि रानी अवंतिबाई ने अपने स्वाभिमान और आत्मसम्मान के साथ कभी समझौता नहीं किया। हमें उनसे प्रेरणा लेकर उनके आदर्शाे पर चलने का संकल्प लेना चाहिए।

छत्तीसगढ़ म़ें हुआ चार गुना विकास

डॉ. रमन सिंह ने कार्यक्रम में कहा कि छत्तीसगढ़ म़ें पिछले तेरह सालों में तेजी से विकास हुआ है। आजादी के बाद जनहित के जो काम 60-65 साल तक नहीं हुये थे, वे पिछले तेरह सालों में हुये हैं। उन्होनें कहा कि छत्तीसगढ़ में इस हिसाब से चार गुना विकास हो गया है और विकास की यह यात्रा आगे भी जारी रहेगी। डॉ. रमन सिंह ने बताया कि छत्तीसगढ़ की 35 लाख माताओं, बहनों और बेटियों को धूयें से मुक्ति दिलाने के लिए प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के तहत निःशुल्क रसोई गैस कनेक्शन दिये जा रहे हैं। बेटियों की कक्षा पहली से लेकर कक्षा 12वीं तक की निःशुल्क शिक्षा के लिए राज्य सरकार ने विशेष व्यवस्था की है। शिक्षा के विकास के लिए अब 70 हजार स्कूल राज्य में हो गये हैं। डॉ. रमन सिंह ने बताया कि बेटियों के जन्म पर राज्य सरकार ने हर साल 5 हजार रूपए जमा करने की योजना शुरू की है। बेटी की 18 वर्ष की आयु होने पर उसे एक लाख रूपए मिलेंगे जो उसकी पढ़ाई और उसकी शादी-व्याह में भी काम आयेंगे।

स्मॉर्ट कार्ड से अब 50 हजार रूपए तक निःशुल्क ईलाज

डॉ. रमन सिंह ने कहा कि राज्य सरकार ने समाज के सभी वर्गों के लिए लाभकारी योजनाएं बनाई है। गरीबों को भी दो वक्त का भरपेट भोजन उपलब्ध कराने के लिए खाद्यान्न सहायता योजना चलाने के बाद अब सरकार उनके स्वास्थ्य पर भी विशेष ध्यान दे रही है। उन्होनें बताया कि मुख्यमंत्री स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत पहले मिलने वाले 30 हजार रूपए तक के सालाना ईलाज को अब 20 हजार रूपए बढ़ा दिया गया है। एक अप्रैल से प्रदेश के सभी लोगों को स्मॉर्ट कार्ड के जरिये 50 हजार रूपए तक सालाना ईलाज की सुविधा मिलेगी। छोटी से छोटी और बड़ी से बड़ी बीमारी होने पर स्मॉर्ट कार्ड धारक शासन द्वारा अधिकृत किये गये अस्पतालों में इस स्मॉर्ट कार्ड से ईलाज करा सकेंगे।

खेती-किसानी में लोधी समाज की भूमिका अग्रणी: सांसद अभिषेक सिंह

रानी अवंतिबाई बलिदान दिवस के इस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सांसद अभिषेक सिंह ने कहा कि खेती-किसानी के लिए नये-नये प्रयोग करने, सब्जी उत्पादन बढ़ाने के साथ-साथ दूसरे किसानों को भी खेती के तरीके सिखाने में लोधी समाज की अग्रणी भूमिका है। उन्होनें कहा कि किसानों को अतिवृष्टि या सूखे से हुए नुकसान की भरपाई के लिए प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना शुरू की गई है। छत्तीसगढ़ में एक साल पहले पड़े सूखे से किसानों की फसलों में हुए नुकसान की भरपाई के लिए लगभग 225 करोड़ रूपए की क्षतिपूर्ति राशि उपलब्ध कराई गई है। उन्होंने कहा कि लोधी समाज खेती किसानी से जुड़ा समाज है। इस समाज के लोग आधुनिक खेती करते हैे । छत्तीसगढ़ में फसल उत्पादन बढ़ा है । उन्होनें कहा कि छत्तीसगढ़ सभी क्षेत्रों में तेजी से आगे बढ़ रहा है। शिक्षा, चिकित्सा को बेहतर बनाने का प्रयास किया जा रहा है। समाज कुपोषण मुक्त हो तथा लोग आर्थिक रूप से स्वलंबी बने इस दिशा में भी सरकार काम कर रही है।

किसानों के लिए और अधिक लाभ वाली योजनाएं चलाने की जरूरत: कमलेश्वर लोधी

लोधी समाज के प्रदेश अध्यक्ष कमलेश्वर लोधी ने कार्यक्रम में मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह द्वारा समाज को पूर्व में दिये गये सहयोग के लिए आभार प्रकट करते हुए उन्हें धन्यवाद ज्ञापित किया। कमलेश्वर लोधी ने मुख्यमंत्री से खेती-किसानी के विकास और किसानों के सुदृढी़करण के लिए और अधिक लाभ वाली योजनाएं शुरू करने की मांग की। उन्होनें कृषि ऋण की लिमिट सीमा प्रति एकड़ 15 हजार रूपए से बढ़ाकर 50 हजार से एक लाख रूपए करने, गांवों में जानवरों को खुला छोड़ने की प्रथा बंद कराने के प्रयास करने, असाध्य सिंचाई पंपों को 90 दिनों में बिजली के खंबों और तारों से जोड़कर ऊर्जीकृत करने, सब्जी और दूध व्यावसाय से बिचौलियों की भूमिका खत्म करने तथा कृषि यंत्रों पर सब्सिडी बढ़ाने की भी मांग मुख्यमंत्री से की।

मुख्यमंत्री ने राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त बालिका कुमारी यशस्वी वर्मा का भी किया सम्मान

डॉ. रमन सिंह ने घुमका की बालिका कुमारी यशस्वी वर्मा को राष्ट्रीय चित्रकला प्रतियोगिता में पुरस्कार मिलने पर लोधी समाज के इस कार्यक्रम में स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। कक्षा 11वीं की छात्र कुमारी यशस्वी वर्मा ने वर्ष 2016 के लिए राष्ट्रीय चित्रकला प्रतियोगिता में उत्कृष्ठ प्रदर्शन करते हुए राष्ट्रपति श्री प्रणव मुखर्जी से राष्ट्रीय सम्मान प्राप्त किया है। मुख्यमंत्री ने कुमारी यशस्वी की इस उपलब्धि को छत्तीसगढ़ की बेटियों के लिए प्रेरणादायक बताते हुए उसे उावल भविष्य के लिए भी आशीर्वाद दिया।

बालिकाओं ने रखा रानी अवंतिबाई का रूप

स्कूल पढ़ने वाली लोधी समाज की बालिकाओं ने रानी अवंतिबाई की तरह रूप लेकर इस कार्यक्रम में शिरकत की। गुलाबी, हरी, नीली साड़ी, सिर पर पगड़ी, गले में हार, नाक में नथनी, कानों में बड़े-बड़े बाले पहनकर और हाथों में तलवार लेकर सजी इन बालिकाओं ने सहसा ही मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह सहित सभी उपस्थित अतिथियों का ध्यान अपनी ओर खीच लिया। मुख्यमंत्री ने स्वयं  रानी अवंतिबाई का रूप रखी इन सभी बालिकाओं को बुलाकर उनके साथ फोटो खिचवाई और रानी अवंतिबाई अमर रहे के नारे से नारी सशक्तिकरण और बेटियों को पढ़ाने और उन्हें आगे बढ़ाने की नसीहत दी।

जब भूमिका और रागिनी के सामान्य ज्ञान से अचंभित हुए मुख्यमंत्री

रानी अवंतिबाई बलिदान दिवस के अवसर पर ग्राम पुरैना में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह लगभग तीन और चार साल की दो बच्चियों के छत्तीसगढ़ के बारे में सामान्य जानकारी से अचंभित रह गये। कार्यक्रम के दौरान मंच के पास अपनी दो बेटियों के साथ खड़े अमलीडीहकला गांव के सान श्री रामा वर्मा पर जब मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह की नजर पड़ी तो उन्होनें जिला पंचायत के पूर्व अध्यक्ष श्री भरत वर्मा के माध्यम से दोनों बच्चियों को मंच पर बुलाया। इनमें से एक बच्ची कुमारी भूमिका कक्षा पहली की छात्रा है जबकि दूसरी कुमारी रागिनी ने अभी स्कूल जाना शुरू नहीं किया है। बच्चियों के बारे में पूछने पर पता चला की बच्चियां कुमारी भूमिका वर्मा और कुमारी रागिनी वर्मा को छत्तीसगढ़ राज्य के बारे में इस छोटी सी उम्र में ही कई सामान्य जानकारियां कंठस्थ है। डॉ. रमन सिंह ने कक्षा पहली की छात्रा कुमारी भूमिका वर्मा से छत्तीसगढ़ के सभी 27 जिलों के नाम पूछे। कुमारी भूमिका ने उन्हें बिना रूके लगातार छत्तीसगढ़ के सभी 27 जिलों के नाम बताये। इस पर डॉ. रमन सिंह भी आश्चर्यचकित रह गये। बच्चियों को देश के प्रधानमंत्री से लेकर प्रदेश के मुख्यमंत्री तक, जिला कलेक्टर से लेकर ग्राम पंचायत की सरपंच, जनपद अध्यक्ष आदि के बारे में भी पूरी जानकारी है। यहां तक कि ये दोनों बच्चियां राजनांदगांव के सांसद श्री अभिषेक सिंह और उनकी धर्म पत्नी तक का नाम जानती है। मुख्यमंत्री ने इन दोनों बच्चियों को मंच पर आशीर्वाद दिया। उन्होनें बच्चियों की इस छोटी उम्र में बड़े ज्ञान और अच्छी स्मरण शक्ति के लिए बधाई दी तथा पिता श्री रामा वर्मा को उन्हें अच्छे से पढ़ाने के लिए भी प्रोत्साहित किया।

जनप्रतिनिधियों सहित अनेक गणमान्य नागरिक और लोधी समाज के प्रतिनिधि रहे उपस्थित

रानी अवंतिबाई बलिदान दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ ऱाय भंडार गृह निगम के अध्यक्ष  नीलू शर्मा, जिला पंचायत राजनांदगांव अध्यक्ष श्रीमती चित्रलेखा वर्मा, विधायक डोंगरगढ श्ऱीमती सरोजनी बंजारे, विधायक डोंगरगांव दलेश्वर साहू, जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक के अध्यक्ष सचिन बघेल, राजगामी संपदा न्यास के अध्यक्ष रमेश पटेल, राजगामी संपदा न्यास के पूर्व अध्यक्ष संतोष अग्रवाल, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष भरत वर्मा, पूर्व विधायक कोमल जंघेल एवं विनोद खांडेकर, लोधी समाज के जिला अध्यक्ष रजभान लोधी, संरक्षक मोती जंघेल सहित लोधी समाज के प्रतिनिधि और ग्रामीण बड़ी संख्या में उपस्थित थे।