27 दिनो में 2600 बच्चे पंहुचे जिला अस्पताल : उल्टी दस्त का बढा प्रकोप

  • बच्चे हो रहे उल्टी दस्त व बुखार के शिकार
  • जिला अस्पताल में 27 दिनों का अाकड़ा, पंहुचे 2600 बच्चे
  • 2600 में गंभीर 588 बच्चों को दाखिल कर किया गया उपचार
  • बच्चों को जमीन पर लिटा कर किया जा रहा उनका उपचार

अम्बिकापुर(दीपक सराठे की रिपोर्ट)

मौसम के उतार चढ़ाव के कारण खासकर बच्चों के स्वास्थ्य पर प्रतिकुल प्रभाव पड़ा है। जिला अस्पताल का बच्चा वार्ड पिछले एक महीने से बीमार बच्चों से अटा पड़ा है। हालत यह है कि बच्चों को जमीन पर लिटा कर उनका उपचार किया जा रहा है। यहीं हालत शहर के अन्य नीजि अस्पतालो की है। इस मौसम में बच्चे उल्टी दस्त व वायरल बुखार से ज्यादातर पीडि़त हो रहे है। जिला अस्पताल में पिछले 27 दिनों में 2600 बीमार बच्चे पंहुचे है। उनमें गंभीर 588 बच्चों को दाखिल कर उनका उपचार किया गया है। ambikapur hospital

जिला अस्पताल का बच्चा वार्ड मौसम के बदलते तेवर के कारण भयावह हो चुका है। महीने भर से बच्चा वार्ड के सारे बिस्तर बीमार बच्चों से अटे पडे़ है। रोजाना भारी संख्या में बीमार बच्चे जिला अस्पताल पंहुच रहे है। ओपीडी मेे परिजन बीमार बच्चों को लेकर घंटों भीड़ के कारण अपने इंतजार में बैठे दिखायी दे रहे है। जिला अस्पताल में वर्तमान समय में विडम्बना यह देखी जा रही है कि बच्चा वार्ड तक पंहुचने के लिए बच्चों के परिजन को पूरा अस्पताल घूमकर जाना पड़ रहा है। ओपीडी की ओर से जो रास्ता पुरूष मेंडिकल , बच्चा वार्ड व पेईंग वार्ड तक जाने के लिए बनाया गया था । जो प्रबंधन की मनमानी के कारण अक्सर बंद करके रखा जाता है । कभी कोई गंभीर मरीज आ जाये तो भी उसे पूरा अस्पताल घूमकर पुरूष मेंडिकल व बच्चा वार्ड तक का सफर तय करना पड़ता है। अस्पताल में सुरक्षा के लिए महिला गार्ड लगाए गए है परन्तु ओपीडी की ओर से इन वार्डो तक जाने वाले मार्ग को खोलने की बात पर यह महिला गार्ड भी मरीज व परिजन के साथ दुव्र्यवहार करने से बाज नहीं आते । वर्तमान में इस प्रकार के शिकायत रोज ही सुनने को मिल रही है। प्रबंधन सब जानकर भी शिकायतों को अनसुना कर रहा है। इद दिनों बच्चा वार्ड में बीमार बच्चों की बढ़ी संख्या होने के बाद इस अव्यवस्था से मरीजों के परिजन को खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।