कबाड के सबसे बडे ठिकाने पर दबिश : अहाता कूद कर पंहुचे CSP

  • अवैध कबाड का धंधा करता है कांग्रेस पार्षद

अम्बिकापुर(दीपक सराठे)


लम्बे समय से अवैध कबाङ व्यवसाय को लेकर उठ रही उंगलियों के मद्देनजर आज सीएसपी जितेन्द्र शुक्ला के नेतृत्व में पुलिस टीम ने जिले ही नही बल्कि संभाग के सबसे बङे कबाङ व्यवसायी का गोदाम सील कर दिया । पुलिस द्वारा अवैध कबाङ को लेकर यह अब तक की सबसे बङी कार्यवाही मानी जा रही है। शहर के हरसागर तालाब के समीप स्थित यह कबाङ का गोदाम कांग्रेसी पार्षद का है । कार्यवाही से बचने के लिए पार्षद ने पुलिस को यह जानकारी दी कि यह गोदाम उसने अपने पुत्रो को किराये पर दिया है।

सीएपसी  के नेतृत्व में कोतवाली पुलिस ने संभाग के सबसे बङे कबाङ व्यवसायी के हरसागर तालाब स्थित गोदाम में अचानक दबिश दी । सीएसपी ने उक्त स्थान पर अचानक पहुंचने की जानकारी अपने मातहत लोगो को भी नही दी थी। कर्मचारियों को महामाया मंदिर के समीप पहुंचने के निर्देश दिये थे। जैसे ही पुलिस टीम सीएसपी के नेतृत्व में फारुख इदरीशी के कबाङ गोदाम में पहुंची तो वहां ताला लगा हुआ था। मजे की बात यह थी कि बाहर से ताला लगे होने के बावजूद अंदर जोर सोर से काम चालू था । काफी देर तक पुलिस गोदाम के आस पास भटकती रही । पुलिस द्वारा जिला प्रशासन को इसकी जानकारी देने के बाद कलेक्टर के निर्देश पर राजस्व अमला नायब तहसीहदार के नेतृत्व में मौके पर पंहुचा। काफी देर तक प्रयास के बाद जब गोदाम नही खुला तो नायब तहसीलदार के निर्देश पर ताला तोङने के निर्देश दिए गए। इस बीच सीएसपी ने गोदाम के पीछे जाकर अहाता चढकर अंदर प्रवेश किया तो उन्हे देख कर वहां काम कर रहे लोग अहाता फांदकर फरार हो गए।

काफी देर बाद कांग्रेसी पार्षद फारुख इदरीशी द्वारा चाभी लाने पर जब गोदाम का दरवाजा खुला तो सभी पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों के सामने चौकाने वाला दृष्य नजर आया। कबाङ के गोदाम में घरेलु गैस सिलेंडर के साथ ही साथ आक्सिजन सिलेंडर मिले जिससे वाहनो को काटने का काम किया जाता था । गोदाम में कई नये वाहनो के कलपुरजे भी बरामद किए गए। कबाङ व्यवसायी द्वारा इस संबंध में कोई कागजात व दस्तावेज नही दिखाए जाने पर सीएसपी ने गोदाम को सील कर दिया है।  साथ ही मामले में धारा 41 (1-4) के तहत अपराध दर्ज कर लिया गया है । इधर राजस्व अमले को उस जमीन के रिकार्ड के जांच करने की भी जिम्मेदारी सौपी गई है। ताकि इस बात का पता लगाया जा सके की वह जमीन वैध है या अवैध। बहरहाल गोदाम सील तो कर दिया गया है अब देखना ये है कि आगे की कार्यवाही में क्या माजरा सामने आता है ।