संगीतमय कृष्ण विवाह प्रसंग में झूमे श्रोता

अम्बिकापुर

केना बांध में भागवत कथा सप्ताह का हुआ भव्य समापन

नगर के केनाबांध महोल्ले में सप्ताह भर से चल रहे श्रीमद भागवत कथा का आज समापन किया गया। कथा के अंतिम दिवस आज बाल व्यास पंडित सोमनाथ शास्त्री ने कृष्ण विवाह के प्रसंग का वाचन किया । संगीतमय कृष्ण विवाह का प्रसंग सुनकर उपस्थित श्रोतागण झूम उठे । पिछले सप्ताह भर से चल रहे इस भगवत कथा ,ज्ञान यज्ञ से केनाबांध सहित आस – पास का महौल भक्तिमय वातावर्ण से ओत – प्रोत हो गया था । आज कथा के समापन दिवस पर कृष्ण विवाह के साथ – साथ सुदामा चरित्र का भी वर्णन किया गया। कथा

वाचक पंडित  शास्त्री ने सुदामा चरित्र के माध्यम से कलयुग में भगवान कृष्ण व सुदामा की दोस्ती के सामान दोस्ती कायम रखने व हमेशा दोस्तो को याद रखने की सीख दी। दोस्त कैसा होना चाहिए , इसे लेकर श्री शास्त्री ने कहा की जिस प्रकार भगवान कृष्ण व सुदामा के बीच दोस्ती का प्रेम विद्यमान था , ठीक उसी प्रकार कलयुग में भी दोस्तो को एक – दूसरे से प्रेम बनाकर रखना चाहिए । आज के इस प्रसंग के बाद  शास्त्री ने महाराज परिक्षित के मोक्ष , मार्कण्डेय चरित्र का भी वर्णन किया । आचार्य पंडित प्रमोद कृष्ण शास्त्री ने भी श्रोताओ को पायोजी मैने राम रतन धन पायो गीत से भाव विभोर कर दिया । आज कथा के समापन के बाद गुरुवार को हवन व विशाल भंडारे का आयोजन कथा स्थल पर किया गया है। केनाबांध निवासी प्रमोद पाठक, योगेन्द्र पाठक , अजय पाठक एवं धनंजय पाठक परिवार द्वारा आयोजित इस भागवत कथा का आयोजन 12 फरवरी को कलश यात्रा के साथ किया गया था । पूरे सप्ताह भर केनाबांध का महौल भक्ति से ओत – प्रोत रहा