शहर में अब भी बिक रही है प्रतिबंधित प्लास्टिक : प्रशासनिक कार्यवाही में खुलासा

अम्बिकापुर

कलेक्टर के निर्देष पर अमल करते हुये आज दूसरे दिन भी प्रषासन की टीम ने नगर के विभिन्न प्लास्टिक के थोक व फुटकर विक्रेताओं के दुकान में छापामार कार्यवाही की। इस बीच टीम ने दुकान से मानक अनुरूप नहीं होने पर प्लास्टिक की कैरीबैंग को जप्त कर लिया। प्रषासन की इस कार्यवाही से प्लास्टिक के थोक व फुटकर विके्रताओं में हड़कंप मच गया। कार्यवाही देर शाम तक जारी रहा।

गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ में 1 जनवरी 2015 से प्लास्टिक कैरीबैग का विनिर्माण, भंडारन, आयात, विक्रय पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा c1दिया गया है। इसके बावजूद नगर में प्लास्टिक की कैरीबैंग का धड़ल्ले से बिक्री किया जा रहा था। जिसकी षिकायत लगातार मिलने पर गुरूवार की शाम कलेक्टर ने प्लास्टिक बैंग के खिलाफ कड़ी कार्यवाही करने का निर्देष दिया। कलेक्टर के निर्देष का पालन करते हुये डिप्टी कलेक्टर एनएस भगत, नायब तहसीलदार मायानंद चंद्रा, एवं नगर निगम व पुलिस की सयुक्त टीम ने गुरूवार को ही छापामार कार्यवाही शुरू कर दिया । इस बीच टीम को सूचना मिली कि नगर से लगे सकालों में प्लास्टिक कैरीबैग का निर्माण चोरी छिपे किया जा रहा है। जिस पर टीम ने मौके पर पहुंचकर दुकान से लगे गोदाम की तलाषी ली तो वहां प्लास्टिक कैरीबैग बनाने की मषीन व प्लास्टिक की रोल मिला। जिसे देख प्रषासन की टीम ने गोदाम को सील कर दिया। प्रषासन की टीम ने आज दूसरे दिन नगर के राम मंदिर, सदर रोड़, खरसिया रोड़ सहित अन्य जगहों पर स्थित प्लास्टिक के थोक व फुटकर दुकानों में प्लास्टिक के कैरीबैग की जांच प्रताड़त किया। मानक अनुरूप कैरी बैग के नहीं होने पर टीम ने दुकान में रखे डेढ़ क्वीटल कैरी बैगों को जब्त कर लिया। कार्यवाहरी से पूरे दिन कारोबारियों में हड़कंप मचा रहा। वहीं व्यापारियों ने काफी संख्या में पहुंच गये और हंगामा मचाने लगे। जिसके बाद प्रषासन की टीम ने पुलिस बल की सहायता ली।