शिक्षा के अधिकार का शिक्षक ही बना रहे है मजाक.. शिक्षको की मनमानी पर स्कूल का बहिष्कार

सूरजपुर 

 

  • प्रतापपुर विकासखण्ड के कटईपारा का मामला
  • मनचाहे तरीके से गायब रहते है शिक्षक
  • बच्चो की पढाई ना होने पर अभिवाको ने खोला मोर्चा

 

सूरजपुर जिले के प्रतापपुर विकासखंड मे संचालित कटईपारा गांव का प्राथमिक शाला  मे पिछले कई वर्षो से शिक्षको के नदारद रहने पर ग्रामीणो ने अपने बच्चो को स्कूल जाने पर रोक लगाकर, स्कूल का बहिष्कार कर दिया हैै। unnamed (1) unnamed (2) unnamed (3) unnamed (4)

 

केवरा ग्राम पंंचायत का कटईपारा प्राथमिक स्कूल मे एक प्रधानपाठक सहित तीन शिक्षक कार्यरत है,,जो पिछले कई वर्षो से स्कूल मे अपनी मनमानी से कार्य करते आ रहे है ,,ग्रामीणो का कहना है कि स्कूल मे प्रधानपाठक तो आते ही नही है और जो अन्य शिक्षक है वो भी कई कई दिनो तक नदारद रहते है जिसकी कई बार शिक्षा विभाग के उच्च अधिकारीयो से शिकायत भी कि गई लेकीन आज तक कोई कार्यवाही नही हुई,,,जिस कारण  बच्चो के अभिवावको ने विरोध स्वरुप स्कूल का बहिष्कार कर अपने बच्चो को स्कूल आने पर रोक लगा दिए है,,,,

 

जहां हर व्यक्ति अपने बच्चो को स्कूल मे शिक्षा के लिए भेजते है,,वही शिक्षको के लापरवाही के कारण कटईपारा के स्कूल के बच्चो को शिक्षा के नाम पर केवल मध्यान्ह भोजन ही मिल पाता है,, वही इस मामलो के लेकर जब हमने जब  शिक्षक श्याम सोनी से जानना तो उन्होने सीधे तौर पर अपनी गलती ना स्वीकारते हुए अपने सेनापति, प्रधानपाठक पर ही आरोप मढ दिया। हांलाकि बात ही बात मे उन्होने ग्रामीणो के आरोपो को भी स्वीकार भी किया है।

 

एक ओर जहां शाला प्रवेशोत्सव जैसे कार्यक्रम संचालित कर छात्रो को शाला प्रवेश कराया जा रहा है वही दुसरी ओर प्राथमिक शाला कटईपारा जैसी स्कुल शिक्षा विभाग और अधिकारीयो कि पोल खोल रहा है ,,,वही जिला शिक्षा अधिकारी आनंद प्रकाश एक्का ने मामले मे तत्काल जांच करा कर कार्यवाही कि बात तो की है। लेकिन पिछली कई बार की शिकायतो पर कोई कारवाही ना होने पर इस बार भी ये गीदडभभकी ही लग रही है।