24 फरवरी को सीएम अम्बिकापुर में : कृषि महाविद्यालय के कार्यक्रम में होंगे शामिल

  • मुख्यमंत्री करेंगे कृषि महाविद्यालय भवन का उद्घाटन
  • कलेक्टर ने लिया तैयारियों का लिया जायजा
अम्बिकापुर
मुख्यमंत्री डाॅ. रमन सिंह द्वारा 24 फरवरी को सूरजपुर जिलान्तर्गत आने वाले अजिरमा स्थित कृषि महाविद्यालय एवं अनुसंधान केन्द्र तथा आॅडिटोरियम का उद्घाटन किया जाएगा। इस अवसर पर सूरजपुर, कोरिया एवं बलरामपुर के कृषि विज्ञान केन्द्रों द्वारा कृषि के क्षेत्र में किए जा रहे अनुसंधान एवं प्रयोगों के प्रदर्षन हेतु स्टाल लगाया जाएगा तथा किसानों को मृदा स्वास्थ्य कार्ड सहित अन्य सामग्रियों का वितरण किया जाएगा।

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सरगुजा कलेक्टर श्रीमती ऋतु सैन ने शनिवार को कृषि महाविद्यालय में मुख्यमंत्री के आगमन पर आयोजित होने वाले कार्यक्रमों का जायजा लेकर अधिकारियों को आवष्यक निर्देष दिए। कलेक्टर ने कृषि महाविद्यालय परिसर में बनाए गए हेलीपेड के साथ ही व्ही.व्ही.आई.पी. एवं अन्य वाहनों की पार्किंग, कार्यक्रम स्थल तक लोगों के आने का मार्ग, आॅडिटोरियम में बैठक व्यवस्था, स्टाल प्रदर्षन, स्वल्पाहार, स्मृति चिन्ह, हितग्राहियों को दी जाने वाली सामग्री सहित कार्यक्रम की पूरी जानकारी लेते हुए अधिकारियों को दी गई जिम्मेदारियों का निर्वहन करने के निर्देष दिए। इस अवसर पर अधिष्ठाता डाॅ. सी.आर.गुप्ता, सूरजपुर के जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री रजत बंसल, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्रीमती मनीषा ठाकुर सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
भव्य कृषि महाविद्यालय एवं आॅडिटोरियम भवन
 डीन डाॅ. गुप्ता ने बताया कि इंदिरा गांधी कृषि विश्कीवविद्यालय तकनीकी शाखा की निगरानी में कृषि महाविद्यालय एवं अनुसंधान केन्द्र भवन का निर्माण 8 करोड़ 74 लाख रूपए की लागत से किया गया है। इस महाविद्यालय में कृषि की स्नातक एवं स्नातकोत्तर कक्षाएं संचालित होंगी। इसी परिसर में भव्य आॅडिटोरियम का निर्माण 3 करोड़ 9 लाख रूपए की लागत से कराया गया है। इस आॅडिटोरियम में 400 सीट सामान्य दर्षकों के लिए तथा  सामने की ओर महत्वपूर्ण व्यक्तियों के लिए 32 सीट सोफे के आकार के हैं।
कृषि स्नातक एवं स्नातकोत्तर कोर्सrajmohni devi agriculture collage ambikapur

डाॅ. गुप्ता ने बताया कि वर्तमान में कृषि महाविद्यालय में उद्यानिकी पादप रोग, मृदा विज्ञान, कृषि रसायन, पशुपालन एवं पशु चिकित्सा, कृषि अभियांत्रिकी, कृषि अर्थषास्त्र, कृषि प्रसार, मत्स्य पालन, कृषि जैव प्रौद्योगिकी, सूक्ष्म जीव विज्ञान, पादप कारिकी, कीट, शस्य, आनुवांषिकी एवं पादप प्रजनन के विषय पढ़ाए जा रहे हैं। स्नातक स्तर पर 75 सीट हैं। इसके लिए राज्य के विद्यार्थियों को प्रि एग्रीकल्चर टेस्ट देना होता है। गणित, विज्ञान एवं एग्रीकल्चर विषय के बारहवीं पढ़ने वाले विद्यार्थी पीएटी दे सकते हैं। इस कोर्स के लिए न्यूनतम आयु 17 वर्ष निर्धारित है। शासन द्वारा प्रवेष के लिए नियमानुसाार आरक्षण का प्रावधान किया गया है। इसके अतिरिक्त नक्सल प्रभावित, निःषक्त एवं विषेष पिछड़ी जनजाति के लिए भी सीट आरक्षित हैं। राष्ट्रीय स्तर पर होने वाले पीएटी परीक्षा से चयनित विद्यार्थियों के लिए भी सीट निर्धारित हैं। कीट, शस्य, आनुवांषिकी एवं पादप प्रजनन विषय की स्नातकोत्तर कक्षाएं भी संचालित हैं।
इस अवसर पर सूरजपुर के अनुविभागीय राजस्व अधिकारी श्री के.पी.साय, लोक निर्माण विभाग अम्बिकापुर के कार्यपालन अभियंता श्री बी.पी.अग्रवाल, डाॅ. आर.के.मिश्रा, अभियंता श्री षिव अग्रवाल, टी.आई श्री सुनील तिवारी सहित अन्य अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे।