मतलब धान खरीदी में पड़ोसी राज्यों से धान खपाने की खबर आपको भी थी मुख्यमंत्री जी…. तभी तो 

रायपुर प्रदेश की राजधानी मे आज आयोजित कलेक्टर कांफ्रेस के दौरान मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने जिला कलेक्टरों को राज्य की सहकारी समितियों के उपार्जन केन्द्रों में चालू खरीफ विपणन वर्ष 2017-18 में समर्थन मूल्य पर किसानों से धान खरीदी के लिए सभी जरूरी तैयारियां जल्द पूर्ण करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने आज यहां मंत्रालय में आयोजित कलेक्टर्स कॉन्फ्रेंस में कहा- प्रदेश के जिन जिलों की सीमाएं पड़ोसी राज्यों से जुड़ी हुई हैं, वहां के उपार्जन केन्द्रों को चिन्हांकित कर विशेष रूप से नजर रखी जाए, ताकि पड़ोसी राज्यों का धान छत्तीसगढ़ की सहकारी समितियों में न आ सके। डॉ. सिंह ने जिला कलेक्टरों को सभी उपार्जन केन्द्रों में धान खरीदी कार्यों के सुचारू संचालन के लिए पिछले वर्षों की तरह इस वर्ष भी बेहतर व्यवस्था करने के निर्देश दिए।

चुनाव के कुछ महीने बचे है और चुनाव का पहले आने वाला धान खरीदी का सीजन नई सरकार बनने के पहले आखिरी खरीदी का मौका होगा, शायद यही वजह है कि धान का सफल बोनस तिहार मनाने के बाद मुख्यमंत्री इस बार धान खरीदी को लेकर खुद सख्त नजर आ रहे है  गौरतलब है कि प्रदेश की सीमा से कई प्रदेश जैसे झारखंड , उत्तरप्रदेश, मध्यप्रदेश, उडीसा और महराष्ट्र जैसे प्रदेश लगे हुए है और पिछले वर्षो मे इन प्रदेशो से धान की खेप मंगा कर प्रदेश की समितियो को खपाने की कई शिकायत और पुष्ट खबरे आती रही है, जिसको लेकर कई बार सरकार की व्यवस्था की किरकरी भी हुई , तो लगता है सीएम साहब इस बार चुनाव की तैयारी मे इस व्यवस्था को भी सख्त बनाने के मूड मे है,,