भाजपा सरकार का दोहरा चरित्र उजागर: आरपी सिंह

रायपुर 06 जून 2015
प्रदेष कांग्रेस प्रवक्ता आरपी सिंह ने सरकार पर मानव तस्करी के खिलाफ गंभीर नहीं होने का आरोप लगाते हुये कहा है कि प्रदेष में एक तरफ जहां मानव तस्करी का अवैध करोबार फल-फूल रहा है, और धड़ल्ले से जारी है वहीं दूसरी तरफ राज्य सरकार सितारा होटल में बेटी बचाओं आंदोलन का कार्यक्रम आयोजित कर मात्र अपनी औपचारिकता निभा रही है। सरकार का यह आचरण स्पश्ट करता है कि मानव तस्करी को लेकर उसका दोहरा चरित्र है। छत्तीसगढ़ राज्य निर्माण को लगभग 15 वर्श पूर्ण हो चुके है जिनमे पिछले 12 वर्शो से भारतीय जनता पार्टी की सरकार सत्ता में है। मानव तस्करी को इतने लंबे समय तक रोक पाने में असफल रहना निहायत ही षर्मनाक कृत्य है। दुनिया के इतिहास में जहां-जहां भी मानव तस्करी को बढ़ावा मिला है उसके मूल में गरीबी, अषिक्षा, और बेरोजगारी रही है। आज यदि सरगुजा, जषपुर, बस्तर जैसे क्षेत्रों में मानव तस्करी फल-फूल रही है तो उसके मूल में भी यही कारण मौजूद है। यदि इन प्रभावित क्षेत्रों का समुचित विकास किया जाये और गरीबी, बेरोजगारी, अषिक्षा जैसे कमियों को दूर कर दिया जाये तो काफी हद तक मानव तस्करी की समस्या से निजात मिल सकती है। यह मामला पूरी तरीके से कानून और व्यवस्था से जुड़ा हुआ मामला भी है। क्योंकि अवैध तरीके से महानगरों में बेच दी जाने वाली बच्चियों के साथ दुश्कर्म की षिकायतें भी निरंतर मिलती रहती है। गरीब अभिभावको की वजह से उनकी आवाज नक्कार खाने में तुती की तरह खोकर रह जाती है। कांग्रेस समय-समय पर सड़क से लेकर सदन तक इस गंभीर विशय को उठाती रही है। पहले भी पूर्व प्रदेष कांग्रेस अध्यक्ष षहीद स्व. नंद कुमार पटेल इस मुद्दे पर लगातार सरकार का ध्यान आकृश्ट कराते रहे है। चाहे सन् 2008 में 3200 लापता आदिवासी युवतियों का मामला हो, सन् 2011 में 8000 आदिवासी युवतियों के गायब होने का मामला हो या फिर बैंगलोर में 292 भीख मांगने वाले बच्चो का मामला हो। लेकिन राज्य सरकार ने कभी भी इस समस्या के निराकरण हेतु कोई गंभीरता नहीं दिखाई, यहि वजह है कि मानव तस्करी की व्यापकता अब हमारे सामने आ रही है। कांग्रेस प्रवक्ता आरपी सिंह ने सरकार से मांग की है कि तत्काल इस संवेदनषील मुद्दें पर अपनी गंभीरता दिखाते हुये दोशियों के विरूद्ध कड़ी से कड़ी कार्यवाही की जायें। और भविश्य में यथासंभव उचित कदम उठाये जाये जिससे मानव तस्करी पूरी तरीके से रूक सके।