प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत छत्तीसगढ़ में 21 हजार किलोमीटर सड़कें बनी..

 राज्य सरकार  के पंचायत एवं  ग्रामीण विकास विभाग द्वारा प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के प्रारंभ से अब तक छत्तीसगढ़ में पांच हजार 410 करोड़ की लागत से 4 हजार 582 पक्की सड़कोें का निर्माण किया जा चुका है। इनकी कुल लंबाई 20 हजार 983 किलोमीटर है। निर्मित सड़कों से राज्य की 6 हजार 944 बसाहटों को बारहमासी यातायात की सुविधा मिलने लगी है। उल्लेखनीय है कि यह योजना तत्कालीन प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी के जन्म दिन पर 25 दिसम्बर 2000 को भारत सरकार द्वारा पूरे देश में शुरू की गयी थी। योजना के प्रारंभ से लेकर चालू वित्तीय वर्ष 2013-14 में माह नवंबर 2013 तक छत्तीसगढ़ में सात हजार 895 करोड़ रूपये की लागत से 28 हजार 452 किलोमीटर के लिए 6 हजार 371 सड़कों की स्वीकृति प्राप्त हो चुकी है। इनमें से चार हजार 582 सड़कों का निर्माण किया जा चुका है।  

 

सात हजार बसाहटें बारहमासी सड़कों से जुड़ी

 

गौरतलब है कि प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत सामान्य क्षेत्रों में पांच सौ की आबादी और आदिवासी क्षेत्रों में ढाई सौ की आबादी वाले गावों को बारहमासी सड़कों से जोड़ने का प्रावधान किया गया है। योजना के नये दिशा-निर्देशों के अनुसार जिन सड़कों में एक सौ से कम वाहनों का आवागमन होता है, वहां डामरीकृत सतह की चौड़ाई तीन मीटर और जिन सड़कों में एक सौ से ज्यादा वाहनों का आवागमन है, वहां डामरीकृत सड़कों की चौड़ाई 3.75 मीटर रखे जाने का प्रावधान किया गया है। दोनों स्थितियों में सड़कों की ऊपरी चौड़ाई छह मीटर तक रखने के निर्देश हैं। राज्य शासन द्वारा निर्मित अथवा निर्माणाधीन सडकों की गुणवत्ता की जांच के लिए प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्तरीय मॉनिटरिंग सिस्टम लागू की गई है। प्रथम स्तरीय जांच के लिए एक केन्द्रीय प्रयोगशाला, तीन जिला स्तरीय प्रयोगशाला, परियोजना क्रियान्वयन इकाई स्तर में 34 प्रयोगशाला, द्वितीय स्तर पर 46 राज्य गुणवत्ता समीक्षक और तृतीय स्तर पर एआरआरडीए द्वारा राष्ट्रीय गुणवत्ता समीक्षक भेजे जाते है।