पुरखौती मुक्तांगन में सरगुजा और मैदानी इलाकों की कला-संस्कृति भी प्रदर्शित होगी

रायपुर 

राज्य की संस्कृति, परम्परा एवं कला का जीवंत प्रदर्शन नया रायपुर स्थित पुरखौती मुक्तांगन में किया गया है। यह पर्यटकों, आम नागरिकों और कला-प्रेमियों के आकर्षण का केन्द्र बन गया है। अब यहां आमचो बस्तर की तरह सरगुजा एवं मैदानी क्षेत्र की कला संस्कृति को प्रदर्शित किया जाएगा। वर्ष 2017-18 में पुरखौती मुक्तांगन के विभिन्न कार्यों के लिए पांच करोड़ रूपए खर्च किया जाना प्रस्तावित है।

संस्कृति विभाग के अधिकारियों ने बताया कि पुरखौती मुक्तांगन करीब दो सौ एकड़ में फैला है। यहा ‘आमचो बस्तर प्रखण्ड का निर्माण किया गया है। आमचो बस्तर की खास बात है कि इसका निर्माण बस्तर के शिल्पकारों और कलाकारों द्वारा किया गया है। यहां पर बस्तर की कला संस्कृति, बस्तर के लोगों के रहन-सहन एवं खान-पान के बारे में बखूबी जाना जा सकता है। आने वाले समय में पुरखौती मुक्तांगन परिसर में मानव संग्रहालय, रॉक गार्डन एवं मछली घर बनाया जायेगा, इसके लिए लगभग 18 एकड़ भूमि चिन्हांकित कर ली गई है।