नीलामी के दौरान दो पक्षों में जमकर मारपीट

वाड्रफनगर

वन विभाग की लकड़ी नीलामी को लेकर सोमवार को दो पक्षों में जमकर मारपीट हो गई। स्थानीय व्यवसायियों और अंबिकापुर के लकड़ी ठेकेदारों के बीच मारपीट से माहौल तनावपूर्ण हो गया। दोनों पक्षों की शिकायत के आधार पर पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। एक पक्ष के तीन लोगों के खिलाफ मारपीट व हत्या के प्रयास का मामला दर्ज किया गया है जबकि दूसरे पक्ष के दो लोगों पर मारपीट की दो अलग-अलग धाराओं के तहत अपराध पंजीबद्घ किया गया है। एक पक्ष के तीन लोगों को पकड़ पूछताछ की जा रही है। जानकारी के मुताबिक सोमवार को स्थानीय वन काष्ठागार में काष्ठ नीलामी आयोजित की गई थी। वन मंडलाधिकारी बीपी सिंह की मौजूदगी में नीलामी की प्रक्रिया चल रही थी। बोली लगाने के दौरान वाड्रफनगर के शैलेंद्र जायसवाल तथा अंबिकापुर के लकड़ी ठेकेदार संतोष अग्रवाल के मध्य विवाद हो गया। आरोप है कि लकड़ी लाट की बोली के दौरान शुरू हुआ विवाद मारपीट तक पहुंच गया। संतोष अग्रवाल द्वारा शैलेंद्र जायसवाल पर पेन से आंख के नीचे प्रहार किया गया तथा बाएं हाथ की उंगली को भी काटकर घायल कर दिया गया। शिकायत के मुताबिक वाड्रफनगर के शैलेंद्र जायसवाल के साथ बाहर से आए ठेकेदारों ने मारपीट की। विवाद व मारपीट को देखते हुए डीएफओ बीपी सिंह द्वारा पुलिस को सूचना दी गई। सूचना मिलते ही चौकी वाड्रफनगर से पुलिस बल नीलामी स्थल में पहुंचा। दोनों पक्षों को चौकी में लाने के बाद डाक्टरी मुलाहिजा के लिए डाक्टर आरबी प्रजापति के निवास ले जाया गया। जहां दूसरी बार वाड्रफनगर के व्यवसायियों और अंबिकापुर के लकड़ी ठेकेदारों के बीच जमकर मारपीट हो गई। पुलिस हस्तक्षेप से मामला किसी तरह शांत हुआ। मारपीट में संतोष अग्रवाल 55 वर्ष, विवेक अग्रवाल 30 वर्ष व मनीष गोयल 33 वर्ष को चोटें आई हैं। दूसरे पक्ष के कुछ लोग भी घायल हुए हैं। दोनों पक्षों द्वारा घटना की लिखित शिकायत पुलिस चौकी वाड्रफनगर में दर्ज कराई गई है। संतोष अग्रवाल की रिपोर्ट पर पुलिस ने मयंक यादव, आकेत जायसवाल, सुनील जायसवाल के खिलाफ धारा 294, 323, 307, 427, 34 के तहत मामला दर्ज किया है। वहीं शैलेंद्र जायसवाल की रिपोर्ट पर पुलिस ने संतोष अग्रवाल, विवेक अग्रवाल के विरूद्घ धारा 294, 506, 323, 34 के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। थाना प्रभारी विनोद सिंह कौशिक ने बताया कि दोनों पक्षों की शिकायत पर मामला दर्ज किया गया। एक पक्ष के आरोपी मयंक, आकेत व सुनील को हिरासत में लेकर बयान दर्ज किया जा रहा है। लकड़ी नीलामी के दौरान दो पक्षों में हुई मारपीट को लेकर पूरे दिन वाड्रफनगर में माहौल तनावपूर्ण बना रहा। वाड्रफनगर वासियों ने कहा कि उन्हें मकान,दुकान बनाने की स्थिति में उन्हें वन काष्ठागार से ही लकड़ी खरीद खिड़की, दरवाजे व फर्नीचर बनवाना पड़ता है लेकिन हर माह होने वाली इस नीलामी में बड़े-बड़े ठेकेदारों द्वारा लकड़ियों की लाट पर उंची बोली लगा भगा दिया जाता है। ऐसी स्थिति में स्थानीय लोगों ने वन विभाग के अधिकारियों से काष्ठ नीलामी की प्रक्रिया में वाड्रफनगर के निवासियों को प्राथमिकता देने की मांग की है।