निकाय चुनाव में चिरमिरी में भारी उलटफेर, हर चुनावी हथकंडा हुआ फेल

चिरमिरी से रवि कुमार

  • भाजपा-कांग्रेस को नकार निर्दलिय को दिया ताज

नगर निगम के चुनाव में नामांकन के बाद से शुरु हुई दबंगई को जनता ने निर्दलिय के पैरो तले रौदं कर रख दिया। इस चुनाव से सारे समीकरण अपने माफिक बनाने के लिए अपनाया गया। हर हथंकंडा भाजपा को भारी पड़ गया। इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि इस चुनाव में प्रदेष के मुख्यमंत्री डाॅ रमन सिंह द्वारा झोकी गई पूरी ताकत के बावजूद सत्ताधारी भाजपा के प्रत्याषी को नकारते हुए जनता ने पहली बार ही चुनाव मैदान में उतरने वाले निर्दलिय प्रत्याषी के0डोमरु रेडडी को 8693 वोट सेे जीत का सेहरा पहना दिया।damru radeey chirmiri

नगरीय निकाय चुनाव में दंबगई का सिलसिला नामांकन केे दौरान के साथ ही शुरु हो गया था। नामांकन के दौरान के साथ ही तमाम वार्डो में भाजपा द्वारा अपने खास लोगों को निविरोध कराने की कोषिष की गई। इसके तहत कई वार्डो में नामांकन करने वाले कुछ प्रत्याषियों के नामांकन पत्र जोर जबरदस्ती वापस करवाए गए। हालांकि केवल 19 वार्डों में ही पार्षद निर्विरोध विजयी हो सके। कुछ वार्डो में अन्य प्रत्याषियों के नाम वापस होने पर केवल दो ही प्रत्याषियों में आमने-सामने मुकाबला हो गया। दंबगई की खबरें जनता के बीच में पहुचने पर महौल बिगड़ाता चला गया। इसी दबंगई का प्रतिभाव जनता के मनमानस पर पड़ा और जनता ने इस दंबगई को रौदनें के लिए निर्दलिय के चुनाव निषान बस के पहीए को मजबूती दे ही। सही वजह रही कि येन चुनाव के वक्त ही निर्दलिय जनमंच का पारी शुरु करने वाले डोमरु रेडडी को लगभग एकतरफा जीत दिला दी।

  • टिकट वितरण में मनमानी मानी जा रही पार्टी हार का कारण

नगरीय निकाय चिरमिरी के चुनाव में भरतीय जनता पार्टी को खासा झटका लगा है। जिले के तीनो विधानसभा में विधायक भाजपा के होने के बावजूद क्षेत्र की नगर निगम चिरमिरी की सीट छीन गई है। इस सीट पर चुनाव के वाक्त प्रत्याषियों के चयन में कि गई मनमानी को हार का मुख्य कारण माना जा रहा है।

unnamed (12)नगर निगम चिरमिरी चुनाव में टिकटों के लिए सबसे ज्यादा मारामारी भारतीय जनता पार्टी में थी। तमाम पुराने समर्पित व जीत की क्षमता रखने वालों को नगर अंदाज करके अपेक्षाकृत नए चेहरों को मैदान में उतार दिया गया। इससे टिकट न मिले पाने की नाराजगी पुराने लोगों को सलने लगी। कुछ ने तो निर्दलिय के रुप में खम ठोंक दिया। वहीं कुछ को दाबाव के जरिए बैठा दिया गया। महापौर के टिकट को लेकर भी उठापटक कुछ ज्यादा ही रहीं। एक बार तो पूर्व विधायक दिपक पटेल बड़ी तेजी से उभरकर सामने आए फिर येन वक्त पर संजय सिंह को टिकट थमा दिया गया। इससे टिकट कि लाइन में लागे भाजपा के तमाम उमीदवारों ने नामांकन दाखिल कर दिया था। हालांकि उनका नामांकन पत्र नाम वापसी के दिन अंतिम क्षणों में वापस हो गया हो गया था। इससे नराज भाजपा के बागी लोगों ने बगावत का झंडा बुलंद कर दिया।

  • महापौर पद प्रत्याषी एवं मतों की जानकारी

के. डोमरू रेड्डी (निर्दलीय) – 18980
संजय सिंह (भाजपा) – 10287
मो. ईमाम (कांग्रेस) – 8153
ओमकार प्रसाद पाण्डेय (भारती शक्ति चेतना पार्टी)- 1207
विनेश्वर कुमार पडवार – 970
कुमारी अंषुल सिंह (एनसीपी) – 804
डाॅ. मो. शमीम अंसारी (गोंगपा) – 301
मंगल प्रसाद केशरवानी – 190
नोटा – 488
रिजेक्ट मत – 7
कुल डाले गये मत – 41387
वार्ड वार विजयी पार्षद प्रत्याषीयों के नामunnamed (13)

01 – श्रीमती राजकुमारी (भाजपा)
02 – विजय चक्रवर्ती (निर्दलीय)
03 – निलांचल रावल (निर्दलीय)
04 – श्रीमती जगेश्वरी (भाजपा)
05 – किर्ती वासों रावल (भाजपा)
06 – राय सिंह (कांग्रेस)
07 – दीपक कुमार सिंह ऊर्फ दीपू (निर्दलीय)
08 – सुमित्रा विश्कर्मा (कांग्रेस)
09 – रामदेव मिंज (निर्दलीय)
10 – दीपा जायसवाल (भाजपा)
11 – भानू प्रताप गंगवाल (भाजपा)
12 – संतन चैहान (भाजपा)
13 – मंदीप गिरी (भाजपा)
14 – रजत दत्ता (निर्दलीय)
15 – ओम प्रकाश कश्यप (कांग्रेस)
16 – विनय रंजन विश्वास (कांग्रेस)
17 – राजीव रत्न पाण्डेय (कांग्रेस)
18 – अब्दुल मजीब (कांग्रेस)
19 – अयाजुद्दीन सिद्दीकी (भाजपा)
20 – रज्जाक खान (कांग्रेस)
21 – रीध्दी भारद्वाज (भाजपा)
22 – फिरोज बेगम (निर्दलीय)
23 – मनोज कुमार भोय (निर्दलीय)
24 – गीता (भाजपा)
25 – कामिनी देवी (भाजपा)
26 – हरभजन सिंह श्याम (निर्दलीय)
27 – कुमारी लता खरे (कांग्रेस)
28 – अनुप कुमार मलिक (भाजपा)
29 – दुलारी खटिक (भाजपा)
30 – सुगरा बेगम खान (कांग्रेस)
31 – श्रीमती सविता मलिक (भाजपा)
32 – बलदेव दास (कांग्रेस)
33 – मोती लाल (कांग्रेस)
34 – श्रीमती प्रीति सिंह (भाजपा)
35 – शांति (कांग्रेस)
36 – मोहनलाल बंजारे (भाजपा)
37 – षिव कुमार सिंह (भाजपा)
38 – मो. मंजूर आलम (भाजपा)
39 – रंजनी प्रजापति (कांग्रेस)
40 – रमिता शाह (भाजपा)
8739 मतों से के डोमरु रेडडी विजयी घोषित किए गये। वहीं निगम के 40 वार्डो के पार्षष पद हेतु 19 भाजपा, 13 पर कांग्रेस तथा 08 पर निर्दलीय पाषदों ने जीत दर्ज की।
के. डोमरू रेड्डी ने चुनावी संग्राम जीतने के बाद मीडिया के सवाल का जवाब देते हुए कहा कि यह चिरमिरी की जनता की जीत है। मुझे क्षेत्र की जनता ने जिस प्यार और आर्षीवाद देकर क्षेत्र का प्रथम नागरिक बनाया है। मैं क्षेत्र की जनता की उम्मीदों में खरा उतरते हुए चुनावी सभाओं में क्षेत्र जनता के समक्ष किये गये वादे और घोषणाओं को पूर्णरूपेण पूरा करूॅगा। वहीं जल्दी ही क्षेत्र में बदलाव लाते हुए बुनियादी सुविधा पेयजल और साफ सफाई की व्यवस्था को सुचारू रूप से लागू की जाएगी। श्री रेड्डी ने कहा कि प्रथम कार्य मेरा वर्षों से निवासरत् क्षेत्रवासियों के लिए उनके मकान का पट्टा दिलाने हेतु राज्य शासन को स्वीकृति हेतु संकल्प पत्र भेजा जाएगा। इसके लिए मुझे केन्द्र या राज्य सरकार से सहयोग की आवश्यकता के लिए जीतोड और ईमानदारी से प्रयास करके पूरा कराऊॅंगा। क्षेत्र की बुनियादी समस्याओं को से मैं भलीभांति परिचित हॅंू जिस प्रकार चुनावों में जनता ने मेरा साथ दिया है। उसी प्रकार क्षेत्र की समस्याओं से निजात दिलाने के लिए मैं जनता को साथ लेकर पूरा कराने में सफल रहुॅंगा।

गोपाल द्विवेदी
के0 डोमरु रेडडी की जीत नही बालाकि ऐ चुनाव चिरमिरी की जीत है।चिरमिरी
कि जनात ने उसे ही चुना हो इस पद के योग्य है।