धान खरीदी – यूपी से खुलेआम अवैध धान आने के लग रहे आरोप..!

वाड्रफनगर

विकासखण्ड वाड्रफनगर के सभी  10 समितियों में शासन की आधे अधूरी तैयारी के बीच धान खरीदी तो चालू हो गई, किन्तु आरोप लग रहा है कि क्षेत्र में पुराने धान के दलाल खुले आम पिकअप तथा अन्य वाहनों से उत्तरप्रदेश के धान को धान खरीदी केंद्रो तक दिन तथा रात में पहुंचा रहे हैं। विकासखण्ड की सरहद से लगे उत्तरप्रदेश जाने वाले धनवार मार्ग, केशारी यूपी मार्ग तथा बलंगी मार्ग, गिरवानी मार्ग के साथ ही अन्य चोरी के रास्तो पर शासन की ओर से कोई नाके बंदी नहीं किया गया है जबकि राज्य शासन का स्पष्ट निर्देश है कि छत्तीसगढ़ सीमा से लगने वाले सरहदी जिलो में उडनदस्ता के साथ ही स्थाई जांच चैकियां बनाई जावे, जिससे कि अन्य प्रांतो से आने वाले धान की आवक छत्तीसगढ़ के मंडियों में न हो सके।

आरोप है कि उत्तरप्रदेश से सटे धान खरीदी केंद्र डिंडो, बसंतपुर, रामनगर, बलंगी, विरेंद्रनगर के धान खरीदी केंद्रो में सर्वाधिक धान खपाया जाता है। वाड्रफनगर विकासखण्ड के 10 धान खरीदी केंद्र बलंगी, वाड्रफनगर, बसंतपुर, विरेंद्रनगर, डिंडो, रामनगर, बरतीकला, बड़कागांव, डोंगते, वाड्रफनगर में खरीदी केंद्र शासन के द्वारा  बनाया गया। गत वर्ष इन सभी 10 समितियों के माध्यम से निर्धारित लक्ष्य से कम आवक हुई थी। गत वर्ष कुल एक लाख चैहत्तर हजार दो सौ क्विंटल धान की खरीदी इन केंद्रो से की गई थी। दलालो के लिये धान पहुंचाने के सबसे सुगम रास्ते गिरकानी, आयाझरिया, मार्ग केसारो से बचरा होते हुये चपकी भाग बलंगी, परहा, चेताव मार्ग, डिंडो से चुनापाक्षर मार्ग तथा मृतबसा केनपारा मार्ग से यूपी के महुआ निकलने वाले मार्गोे से रास्ते से उत्तरप्रदेश के धानो का परिवहन कर खपाया जाता है।

इस संबंध में एसडीएम वाड्रफनगर अजय कुमार त्रिपाठी ने बताया कि विकासखण्ड में धान निगरानी के लिये तीन निगरानी दल का गठन किया गया है, जिसमें तहसीलदार तथा खाद्य अधिकारी दल के मुखिया है। इनके द्वारा रात्रि मे संभावित मार्गों में सतत निगरानी की जा रही है। अभी तक ऐसी शिकायत नहीं मिली है।