बलरामपुर..(कृष्णमोहन कुमार)..ऊपर जो आप तस्वीर देख रहे है..उससे तो आप यह सहज अनुमान लगा सकते है..की यह जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय ही होगा..मगर दिलचस्प तो यह है..की इस कार्यालय में जिला शिक्षा अधिकारी नही बल्कि ग्रामीण यांत्रिकी सेवा(आरईएस) के अनुविभागीय अधिकारी बैठते है..और पिछले तीन माह से इस भवन में आरईएस दफ्तर ही संचालित हो रहा है..लेकिन सबसे अहम सवाल तो यह है कि..आखिर आरईएस विभाग ने अपनी पहचान क्यो छुपाई होगी..तो आपको बता दे कि आरईएस के अनुविभागीय अधिकारी को अपना दफ्तर लगाने कोई स्थाई ठिकाना ही नही मिल पा रहा है..और विभागीय अमला भी अब दर्द किससे और कैसे बया करे उसे भी समझ नही आ रहा है..
दरअसल बलरामपुर-रामानुजगंज को राजस्व जिले के रूप में अस्तित्व में आये लगभग 8 आठ साल हो चुके है..और जिलों में उपलब्ध होने वाले संसाधन भी जिले को मिल गए है.और एक साल पहले ही जिले को जिला न्यायालय का सौगात भी मिल चुका है.रामानुजगंज में वर्तमान में जिला एवं सत्र न्यायाधीश का न्यायालय संचालित हो रहा है..और अनुविभागीय अधिकारी आरईएस के कार्यालय में जिला एवं सत्र न्यायालय लगाए जाने की तैयारी पूरी कर ली गई है..जिसके बाद अनुविभागीय अधिकारी आरईएस के कार्यालय को अस्थाई तौर पर जिला शिक्षा अधिकारी के लिए बनाए गए कार्यालय भवन में शिफ्ट किया गया है..लेकिन आरईएस के कर्मचारियों को अब भी यह भय सता रहा है..की उन्हें फिर से किसी अन्यंत्र स्थान पर जाना पड़ सकता है.जिस वजह से आरईएस ने उक्त भवन में इन तीन महीनों में अपने कार्यालय का नेम प्लेट नही लगवाया है..