जजावल घाट कटिंग व सड़क निर्माण में लिपापोती को लेकर कांग्रेसियों का प्रदर्शन…

नेशनल हाईवे पर दो घंटा चक्काजाम

सूरजपुर/प्रतापपुर

मुख्यमंत्री के घोषणा के बावजूद प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना विभाग सूरजपुर को ठेकेदार द्वारा जजावल घाट कटिंग व सड़क निर्माण में लिपा पोती के मामले में भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुये जांच व कार्यवाही के साथ घाट कटिंग व सड़क के नव निर्माण की मांग को लेकर कांग्रेसियों ने नेशनल हाईवे बनारस मुख्य मार्ग में चंदौरा थाना के पास करीब दो घंटे तक चक्काजाम कर दिया। प्रभारी तहसीलदार द्वारा जजावल घाट में जाकर मौके का भौतिक सत्यापन करने के साथ कार्यवाही के आश्वासन के बाद चक्काजाम समाप्त हुआ।

विदित हो कि लोक सुराज अभियान के समय मुख्यमंत्री रमन सिंह जजावल में घाट कटिंग और सड़क निर्माण की घोषणा की थी। प्रशासन एवं प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना विभाग के द्वारा जजावल सड़क निर्माण का कार्य प्रारंभ किया गया। कांग्रेसियों का आरोप है कि कार्य को जल्दबाजी में पूर्ण कर दिया गया। आनन-फानन में विभाग ने घाट कटिंग का कार्य नहीं कराया। केवल सड़क के एक हिस्से में पहाड़ छिलकर सड़क चैड़ाकर दिया गया तथा सड़क बहुत ही घटिया स्तर की बना डाली।

c3सड़क बने कुछ ही दिन हुये हैं कि हल्की बारिश में सड़क का आधा से अधिक हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया। सड़क की यह स्थिति हो गई कि अब इसमें चलना भी मुश्किल हो गया है। सड़क की इस स्थिति व विभाग व ठेकेदार द्वारा ग्रामीणों को दर किनार करते हुये किये गये भ्रष्टाचार की जांच व कार्यवाही की मांग को लेकर कांग्रेसियों ने ग्रामीणों के साथ बनारस मुख्य मार्ग में चंदौरा थाना के पास दो घंटे चक्काजाम कर दिया। इस दौरान वक्ताओं ने इसे ग्रामीणों के साथ भाजपा सरकार का छलावा बताया। इस दौरान पूर्व मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह, शिवभजन मरावी, जगत आयाम, विधासागर सिंह, जगत लाल आयाम, जितेंद्र दुबे, अवधेश सिंह एवं अन्य वक्ताओं ने भाजपा सरकार की जनविरोधी नीतियों की जमकर आलोचना की। करीब दो घंटे पश्चात मौके पर पहुंचे प्रभारी तहसीलदार द्वारा इस आश्वासन के बाद की वे अभी मौके पर जाकर पंचनामा तैयार करेंगे व दोषियों के खिलाफ कार्यवाही व आंदोलनकारियों द्वारा की गई मांगों से संबंधित प्रतिवेदन तैयार कर उच्च अधिकारियों को भेजेंगे के आश्वासन के बाद चक्काजाम समाप्त किया गया। आंदोलनकारियों द्वारा तहसीलदार को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सांैंपा, जिसमें उन्होंने ठेकेदार को काली सूची में डालने के साथ दोषियों से राशि की वसूली व दण्डात्मक कार्यवाही तथा घाट कटिंग कर सड़क के नव निर्माण की मांग की है। इसके पश्चात सभी जजावल घाट गये जहां सड़क की वस्तु स्थिति का पंचनामा तैयार किया गया।