घरेलू महिला विरूद्ध हिंसा पर एक दिवसीय कार्यशाला सम्पन्न

अम्बिकापुर

एमएसव्हीपी संस्थान, छत्तीसगढ़ महिला अधिकार मंच बिलासपुर एवं ग्राम अधिकार मंच सरगुजा द्वारा अम्बिकापुर के होटल कुमकुम में घरेलू हिंसा कानून 2005 के सफल क्रियान्वयन हेतु एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला में घरेलू महिला विरूद्ध हिंसा कानून 2005 के जमीनी स्तर पर क्रियान्वयन एवं प्रावधानों की वर्तमान स्थिति पर चर्चा कर समीक्षा किया गया। कार्यशाला में अम्बिकापुर, राजपुर, अजबनगर आदि स्थानों की घरेलू ङ्क्षहसा से पीडि़त महिलाओं ने अपनी आपबीती मंच से बताई, जिस पर अधिवक्ताओं ने कानूनी प्रावधानों की जानकारी दी।

कार्यशाला का शुभारंभ जिला पंचायत अध्यक्ष सरगुजा श्रीमती फुलेश्वरी सिंह, डीएसपी पद्मश्री तंवर, सिस्टर क्रिस्टी समन्वयक होलीक्रॉस, श्रीमती सुलेखा कश्यप संरक्षण अधिकारी, श्रीमती हेमलता साहू, समाज सेविका मीरा शुक्ला द्वारा दीप प्रज्जवलन कर किया गया। कार्यशाला के उद्देश्यों के बारे में एसएसकेपीपी बिलासपुर की श्रीमती हेमलता साहू ने जानकारी दी एवं घरेलू हिंसा कानून के पहलुओं पर संकल्प संस्थान के नीलेश ने विस्तारपूर्वक बताया। कार्यशाला का संचालन करते हुये ग्राम अधिकार मंच के संयोजक संजय शर्मा ने सरगुजा जिले में घरेलू हिंसा की मौजूदा स्थिति एवं महिलाओं से जुड़ी समस्याओं को रेखांकित किया। इन्होंने सरगुजा संभाग के बलरामपुर, जशपुर, सरगुजा, सूरजपुर एवं कोरिया जिले में आदिवासी बाहुल आबादी के बीच महिलाओं की स्थिति एवं समस्या समाधान के पहलुओं पर ध्यान आकर्षित किया। कार्यशाला में वक्ताओं  द्वारा घरेलू हिंसा अधिनियम के कारगर क्रियान्वयन के लिये कुछ मांगे रखी गई, जिनमें जिले में पूर्णकालिक सरंक्षण अधिकारी की नियुक्ति, तात्कालीन घरेलू हिंसा से बचाने के लिये शार्ट स्टे होम का प्रावधान जिला मुख्यालय में करने, जहां आवश्यक काउंसलर, वकील, प्रेरक की सहायता उपलब्ध हो। पीडि़त महिलाओं को लीगल एड सर्विसेज की ओर से महिला अधिवक्ता उपलब्ध कराये जायें। महिला बाल विकास संचालनालय द्वारा अधिनियम के क्रियान्वयन हेतु मॉनिटरिंग हो एवं सक्रिय महिला संगठनों से परामर्श करना चाहिये।

द्वितीय पत्र में अजबनगर की श्रीमती अनिता दास, अम्बिकापुर की सविता, सुधा शर्मा एवं राजपुर की प्रीति जायसवाल ने ससुराल एवं पति की प्रताडना की आपबीती सुनाई और न्याय हेतु परामर्श चाहा। नीतेश मिंगरौल ने जेंडर पर डॉक्यूमेंट्री प्रदर्शित की। इस दौरान वंदना दत्ता, अधिवक्ता सतीश मिश्रा, श्रीमती गीता ङ्क्षसह, इंदु हयारण ने महिलाओं के कानूनी अधिकारी और विधिक सहायता, मुद्दों पर विचार रखे। पंतजलि जिला महिला अध्यक्ष, बलरामपुर श्रीमती सी सिंह एवं प्रांतीय प्रभारी अवंतिका राजौरिया ने समाज में पीडि़त महिलाओं की व्यथा को सामने लाने जन सहयोग की अपील की। कार्यशाला मे आर के देवांगन, राजेंद्र ङ्क्षसह, संजय शर्मा, लता चैरे, सुरेंद्र कुमार, मंगल पांडेय, राकेश राय, निर्मला साहू, कल्याणी, प्रीति पंाडेय, सपना गुप्ता, यशोदा तारा एवं बड़ी संख्या में महिलायें उपस्थित थे।