कोयले के ट्रक में मिली लाश.. शिनाख़्त ना होने पर 2 दिन तक ट्रक में ही पड़ा रहा शव..!

राजपुर पूरन देवांगन एसईसीएल महान टू खदान के भीतर डिपो होल्डर का कोयला लेने पहुंची ट्रक चालक के सनसनीखेज हत्या के बाद आज राजपुर पुलिस ने मौके पर पहुंचकर पंचनामा तैयार किया गया।शव की शिनाख्त नही होने के कारण शव वाहन में दो दिनों तक पड़ी रही।
दो दिनों पूर्व महान टू खदान में हुए ट्रक चालक को अज्ञात लोगों ने मौत के घाट उतार दिया था।शव की शिनाख्त नही होने के कारण दो दिनों तक शव ट्रक के भीतर ही पड़ी रही।आज परिजनों के आने के बाद शव की शिनाख्ती की गई जिसके बाद पंचनामा की कार्यवाई की गई।बताया जा रहा है कि ट्रक क्रमांक CG 06 GK 9997 के ट्रक चालक महासमुंद निवासी भूखनलाल आ मिलन 47 वर्ष डीओ होल्डर की कोयला लेने महान टू खदान के अंदर दिनांक 20 मार्च की रात करीब 11 बजे के आसपास इंट्री की।उक्त वाहन डीसीसी केम्प के पास खड़ी थी।दूसरे दिन सुरक्षा में तैनात प्रधान सुरक्षा प्रहरी राजेन्द्र प्रसाद आ कालीचरण के पास शाम 6 बजे लोगो ने फोन कर बताया कि डीसीसी के पास किसी चालक को मार दिया गया है और लाश वाहन के अंदर है।जिसके बाद सुरक्षा प्रहरी राजेन्द्र ने कोल स्टॉक पर पहुंचकर देखा कि वहाँ वाहन में लाश पड़ी हुई है और चेहरा फाइल से ढका हुआ है।शव का शिनाख्त नही होने पर सुरक्षा प्रहरी द्वारा देर रात राजपुर पुलिस को सूचना दी।इधर हत्या के बाद वाहन में पड़े कागजात के आधार पर चालक के घरवाले को महासमुंद सूचना दी गई।दूसरे दिन राजपुर पुलिस ने मौके पर पहुँचकर परिजनों के समक्ष शव की शिनाख्ती के बाद आगे की कार्यवाही की।बताया जा रहा है कि किसी धारधार हथियार से ट्रक चालक के सिर पर प्रहार किया गया है जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई।
जांच में हो सकता है बड़ा खुलासा:-
महान टू में कोल माफियाओं में जबरदस्त प्रतिस्पर्धा रहती है जिसके कारण आये दिन कुछ न कुछ घटनाएं होती रहती है।पूर्व में भी गोलीकांड जैसे बड़ी घटनाएं घट चुकी है।बावजूद इसके प्रबंधन के तरफ से कोई पुख्ता सुरक्षा व्यवस्था नही की जा रही है।अंदाजा लगाया जा रहा है कि इस घटना के पीछे भी आपसी प्रतिस्पर्धा हो सकती है।
प्रबंधन बेपरवाह:-
एसईसीएल प्रबंधन कितना बेपरवाह है इसी बात से अंदाजा लगाया जा सकता है कि महान टू खदान में हुई घटना की जानकारी पूरी रात व दूसरे दिन बीत जाने के बाद भी प्रबंधन को इस बात की जानकारी नही लग सकी।जबकि इससे पहले ही दूसरे लोगो को इस बात की जानकारी लग गई थी,जिसके बाद खड़गवाँ पुलिस को सूचना दी गई।चूंकि यह क्षेत्र राजपुर थाना के अंतर्गत आता है इसलिये वहाँ की पुलिस ने कोई कार्यवाई नही की।घटना के 24 घण्टे बाद देर रात सुरक्षा प्रहरी द्वारा राजपुर पुलिस को सूचना दी जिसके बाद राजपुर पुलिस ने आगे की कार्यवाही की।