करारी हार के बाद दमदार नेता प्रतिपक्ष की तलाश शुरु

अम्बिकापुर

नगर निगम चुनाव में भाजपा की करारी शिकस्त के बाद नेता प्रतिपक्ष के लिए पार्टी के भीतर आत्ममंथन शुरू हो गया है। रमन सरकार का कार्यकाल लगभग चार वर्ष का है इस दशा में भाजपा नगर पालिक निगम में नेता प्रतिपक्ष के माध्यम से सशक्त भूमिका अदा करना चाहेगी।
नगर पालिका निगम में भाजपा की ओर से मुख्यतः परमवीर सिंह बाबरा, मधुसुदन शुक्ला, जन्मजय मिश्रा, संजय अग्रवाल एवं श्वेता गुप्ता नेता प्रतिपक्ष के रूप में नाम उभरकर सामने आये है भाजपा ऐसे नेता का चुनाव करना चाहती है जो मुखर होने के साथ-साथ ननि कार्य प्रणाली से भलीभांति अवगत हो।
परमवीर सिंह बाबरा, मधुसुदन शुक्ला, जन्मजय मिश्रा, एवं श्वेता गुप्ता पार्षद रह चुके है इनमें सें सभी ने सामान्य सभा की बैठक को बड़ी संजीदगी से देखा है और अपनी भूमिका बताते रहे है। भाजयुमों एवं ए0व्ही0बी0पी0 को स्थापित करने वाले संजय अग्रवाल भी इस बार पार्षद चुनाव जीत कर आये है। वे युवाओं के सर्व मान्य नेता माने जाते है। भाजपा पार्षदो को संगठित करके विपक्ष की सशक्त भूमिका अदा कर सकते है।ै लंबे समय से पार्टी की उपेक्षा का शिकार रहे संजय अग्रवाल कों नेता प्रतिपक्ष की भूमिका दी जाती है तों वे निश्चित तौर पर उसमें खरें उतरने का प्रयास करेगे।
महापौर प्रबोध मिंज के कार्यकाल में एम0आई0सी0 सदस्य रहें मधुसुदन शुक्ला को राजनीति की बेहतर समझ है। सदन की गरिमा बनाये रखने के साथ ही तथ्यात्मक एवं सृजन कार्य प्रणाली उनकी विशेषताएॅं ही है। गरीब, निर्धन जरूरत मंदों की सेवा प्राथमिकता में शामिल है। ऐसे में वे चाहते है कि नगर निगम द्वारा संचालित योजनाओं का लाभ शहर वासियों को बेहतर ढ़ग से मिल सके इसके लिए लगातार कृत संकल्पित रहे है। पार्टी उन्हें कितनी तबज्जों देती है और उनकी क्या भूमिका होगी यह आने वाला समय तय करेगा। जन्मजय मिश्रा एवं श्वेता गुप्ता वार्डवासियों के हितों के लिए वर्ष भर सक्रिय रहने वाले नेता है इसी वजह से वें लगातार दूसरी बार पार्षद चुने गये है। ये दोनों पार्षद जुझारू होने के साथ ही पार्टी हितों के प्रति लागातार सजग रहने वाले माने जाते है इसकी निष्ठा देखते बनती है भाजपा इनकी निष्ठा का क्या प्रतिसाद देती है यह अभी से कहना मुश्किल होगा लेकिन नगर निगम में विपक्ष की भूमिका में नेता प्रतिपक्ष के साथ कदम से कदम मिलाने में अहम भूमिका अदा कर सकते है। पी0जी0कोलेज छात्र संघ अघ्यक्ष रहे परमवीर सिंह बाबरा पार्षद पद पर लंबे अर्से से कार्य कर रहे है। नेता प्रतिपक्ष के दायित्व से वे भलीभांति परिचित है संगठन उन पर कितना भरोसा करती है और वे इस दायित्व का निभाने के लिए तैयार होते है अथवा नही इसे समझने की जरूरत है।