एसईसीएल व एनटीपीसी कोरबा में खोले सुपर स्पेशलिटी अस्पताल : डा. महंत

  • स्वीकृत कार्यों को प्रारंभ नहीं करना तब विकास पर्व मनाने का क्या औचित्य
  • विकास पर्व के मायने को कोरबा में सार्थक करें केन्द्रीय कोयला व ऊर्जा मंत्री
  • मनेन्द्रगढ़ का मेडिकल कालेज और कैंसर रिसर्च सेंटर कराएं प्रारंभ
  • ट्रिपल आईटी और माइनिंग कालेज की दिशा में हो ठोस प्रयास

कोरबा

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सरकार के 2 साल का विकास पर्व पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए पूर्व केन्द्रीय राज्यमंत्री डा. चरणदास महंत ने विकास पर्व में शामिल होने कोरबा आ रहे केन्द्रीय ऊर्जा एवं कोयला राज्यमंत्री पीयूष गोयल से कहा है कि विकास पर्व के मायने कोरबा में तब सार्थक होंगे जब कोयला मंत्रालय कोल इंडिया द्वारा स्वीकृत कार्यों को पूर्णता दी जाएगी। सुपर स्पेशलिटी अस्पताल के साथ-साथ मनेन्द्रगढ़ में मेडिकल कालेज, कैंसर रिसर्च सेंटर, ट्रिपल आईटी, माइनिंग कालेज की स्थापना की दिशा में ठोस प्रयास केन्द्रीय मंत्री द्वारा किया जाए।
पूर्व केन्द्रीय राज्यमंत्री डा. चरणदास महंत ने केन्द्रीय ऊर्जा व कोयला राज्य मंत्री पीयूष गोयल को प्रेषित पत्र में  कहा है कि तत्कालीन केन्द्रीय कोयला राज्यमंत्री श्री प्रकाश जायसवाल ने मनेन्द्रगढ़ में मेडिकल कालेज प्रारंभ करने की घोषणा की थी। मनेन्दगढ़ सहित अन्य मेडिकल कालोजों के लिए प्रारंभिक तौर पर 200 करोड़ की स्वीकृति दी गई थी। जिसके पहले चरण में तात्कालीन केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री गुलामनबी आजाद ने मुख्यमंत्री डा. रमन सिंह और मेरी मौजूदगी में केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा कैंसर रिसर्च सेंटर प्रारंभ करने की घोषणा की थी। डा. महंत ने सवाल किया कि क्या यही विकास पर्व है, जब स्वीकृत किए गए विकास कार्यों को नजरअंदाज किया जा रहा है। घोषित कोई भी कार्य प्रारंभ नहीं किए जाने से ऐसे में विकास पर्व मनाने का क्या औचित्य? डा. महंत ने कहा कि प्रदूषण सहित अनेक समस्याओं से जूझ रही जनता के साथ-साथ भूविस्थापितों के साथ किसी तरह का न्याय नहीं हो पा रहा है इस दिशा में गंभीर व ठोस पहल करने की आवश्यकता है। डा. महंत ने प्रदूषण के मामले में विशेष जांच दल गठित कर प्रदूषण मुक्त करने की दिशा में कार्य करने का आग्रह कोयला मंत्री से किया है।

राख व कोयले के डस्ट से जीना हुआ मुहाल
डा. महंत ने केन्द्रीय ऊर्जामंत्री से आग्रह करते हुए कहा है कि एनटीपीसी व एसईसीएल के कोयला, राख व प्रदूषण से आम नागरिकों व प्रभावित क्षेत्र के लोगों का जीना दूभर हो गया है। आवश्यक होगा कि कोरबा पूर्व में एनटीपीसी और पश्चिम में एसईसीएल सुपर स्पेशलिटी हास्पिटल प्रारंभ करे। अस्पताल में इन संस्थानों में कार्यरत लोगों को नि:शुल्क और जिलावासियों को अत्यंत रियायती दर पर ईलाज की सुविधा दिया जाना भी सुनिश्चित किया जाए।

एनटीपीसी के राशि से अन्य जिलों का हो रहा विकास
डा. चरणदास महंत ने ऊर्जामंत्री को स्मरण कराया है कि एनटीपीसी ने पूर्व में मेडिकल कालेज के लिए 100 करोड़ की राशि देने की स्वीकृति दी थी, किन्तु इसका उपयोग कोरबा जिले से बाहर किया गया। इसी तरह कोरबा में खुलने वाले ट्रिपल आईटी को भी अन्यत्र स्थापित कर दिया गया। डा. महंत ने मांग की है कि एनटीपीसी के सहयोग से कोरबा जिले में ट्रिपल आईटी व मेडिकल कालेज तथा खदान क्षेत्र की बहुुलता होने के कारण एसईसीएल के सहयोग से यहां माइनिंग कालेज खोलने की दिशा में ठोस प्रयास किया जाए।