एक लाख छिद्र वाले शिवलिंग की महिमा.. लक्ष्मण ने क्षय रोग से मुक्ति के लिए की थी स्थापना..!

अनोखा स्वयं-भू लक्षलिंग… लक्ष्मणेश्वर मंदिर, खरौद
महाशिवरात्रि लगता है मेला

जांजगीर चाम्पा छग की काशी के नाम से विख्यात, जांजगीर-चांपा जिले की धार्मिक नगरी ‘खरौद’ में मंगलवार 13 फरवरी को महाशिवरात्रि पर्व पर मेला लगेगा और हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ जुटेगी. महाशिवरात्रि पर्व पर खरौद के लक्ष्मणेश्वर मंदिर में दर्शन के लिए छग में सबसे अधिक भीड़ जुटती है. 5 से 6 घण्टे लाइन में रहकर भगवान के दर्शन हो पाते हैं. छग के अलावा दूसरे राज्यों से भी दर्शन के लिए श्रद्धालु पहुंचते हैं.

खरौद के लक्ष्मणेश्वर मंदिर में अनोखा स्वयं-भू लक्षलिंग है, जहां 1 लाख छिद्र है. कहा जाता है कि ऐसा मंदिर, दुनिया में और कहीं नहीं है. श्रध्दालु अपनी मनोकामना पूरी करने सवा लाख चावल चढ़ाते हैं. मान्यता है कि दर्शन मात्र से क्षय रोग दूर हो जाता है. भगवान के दर्शन से संतान प्राप्ति की भी मान्यता है.

किवदंति है कि लक्ष्मणेश्वर मंदिर की स्थापना 8 वीं सदी में हुई और भगवान लक्ष्मण ने मन्दिर की स्थापना की थी. इसी जगह पर भगवान लक्ष्मण ने क्षय रोग ( टीबी ) होने पर भगवान शिव की पूजा की थी और उनका क्षय रोग दूर हुआ था.