ऋचा जोगी ने किसे कहा..? कोई भी शैतान धार्मिक कार्य में व्यवधान उपस्थित नहीं कर सकता..!

@Nilaytripathi

धर्म सभा का विरोध जारी, प्रशासन ने उखाड़ा टेंट पंडाल
 
शिविर की अनुमति मांगने कंबल वाले बाबा भी पहुंचे बतौली 
अम्बिकापुर एक धर्म विशेष द्वारा आयोजित धर्म सभा का विरोध लगातार तीसरे दिन जारी रहा। विरोध को देखते हुए अनुविभागीय अधिकारी ने पुलिस के आला अधिकारियों के साथ सलेयाडीह में कार्यक्रम आयोजन के लिए गाड़े गए टेंट पंडाल उखड़वा दिए। इसी बीच दोपहर बाद जोगी कांग्रेस के बड़े पदाधिकारियों के साथ ऋचा जोगी उक्त गांव पहुंची थी। उन्होंने कहा कि कोई भी शैतान धार्मिक कार्य में रुकावट नहीं ला सकता। इधर कंबल वाले बाबा ने भी तीन दिवसीय कार्यक्रम की अनुमति दिए जाने पर सवाल उठाया और शिविर आयोजन के संबंध में अनुविभागीय अधिकारी से अनुमति मांगी है ।
बतौली क्षेत्र के सलेयाडीह गांव में विशेष धर्म द्वारा धर्म सभा का आयोजन सोमवार से लेकर बुधवार तक आयोजित था।विश्व हिंदू परिषद के बैनर तले पदाधिकारियों ने इस कार्यक्रम का तीव्र विरोध किया था ।बकायदा लिखित शिकायत अनुविभागीय अधिकारी पुष्पेंद्र शर्मा और बतौली थाने में प्रस्तुत की गई थी ।मंगलवार शाम को दोनों पक्षों की मौजूदगी में अनुविभागीय अधिकारी ने सौहार्द्र स्थापित करने की समझाइश दी थी। बावजूद इसके मामला थमा नहीं नहीं था। तनाव बढ़ता गया और अंततः गृह मंत्री समेत जिले के आला अधिकारियों को भी सूचना दी गई थी। विश्व हिंदू परिषद के पदाधिकारियों की मांग थी कि धर्म सभा की आड़ में सांप्रदायिक अंतर्विरोध पैदा करने की कोशिश की जा रही है और ऐसे कार्यक्रम की अनुमति देना सरासर गलत है ।गुप्त रूप से पंपलेट बांटे जाने के बाद लाइलाज बीमारियों के इलाज का दावा किया जा रहा है ।लिहाजा कार्यक्रम को तत्काल बंद कर देना चाहिए ।आखिरकार लगातार किये जा रहे विरोध के परिपेक्ष में बुधवार को अनुविभागीय अधिकारी ने अनुविभागीय अधिकारी पुलिस ऐश्वर्या चन्द्राकर और बतौली थाना स्टाफ के साथ कार्यक्रम आयोजन के लिए लगाए गए टेंट पंडाल को उखड़वा दिया ।माइक भी उतरवा लिया। पूरे दिन प्रशासकीय अधिकारियों की मौजूदगी उक्त गांव में रही ।लगातार किसी भी अनहोनी के संबंध में निगरानी रखी जा रही थी ।सभी को सौहाद्र बरतने के निर्देश भी लगातार दिए जा रहे थे। बाद में आयोजन समिति ने सिर्फ प्रार्थना करने की अनुमति मांगी ।अनुविभागीय अधिकारी ने प्रार्थना सभा करने की अनुमति दी ।उन्होंने कहा कि प्रार्थना करने की अनुमति देनी ही पड़ेगी क्योंकि यह मामला पूर्णतः धार्मिक स्वतंत्रता से जुड़ा है और इसे दरकिनार नहीं किया जा सकता। प्रार्थना करने की अनुमति मिलने के बाद भारी भीड़ धर्म सभा में मौजूद रही और उन्होंने ईश्वर को याद करने के साथ-साथ प्रार्थना सभा में भाग लिया।

जोगी कांग्रेस के पदाधिकारियों के साथ पहुंची ऋचा जोगी

धर्म सभा के विरोध करने का मामला उस समय और चर्चा में आ गया जब ऋचा जोगी का काफिला जोगी कांग्रेस के बड़े पदाधिकारियों के साथ बतौली बगीचा चौक होते हुए सीधे सलेयाडीह गांव पहुंच गया। जहां भारी भीड़ ने उनका स्वागत किया,ऋचा जोगी ने अपने संबोधन में दो टूक कहा कि कोई भी शैतान धार्मिक कार्य में व्यवधान उपस्थित नहीं कर सकता ।उन्होंने अपने भाषण में बकायदा बाइबिल का संदेश भी उल्लेखित किया , उन्होंने कहा कि प्रार्थना करने ,ईश्वर को याद करने के कार्यक्रम का कोई विरोध नहीं कर सकता ,ना ही ऐसा विरोध किया जाना चाहिए ।उन्होंने भाषण में आगे यह भी कहा कि उन्हें ऐसा लगता है कि वह अपने घर के आंगन में खड़ी हैं ।अजीत जोगी छत्तीसगढ़ के प्रथम मुख्यमंत्री रहे और अब उन्होंने नई पार्टी के रूप में साहस दिखाया है ।छत्तीसगढ़ की जनता का हक उसे मिलना चाहिए और इसलिए जोगी कांग्रेस का एक-एक कार्यकर्ता इस संकल्प के लिए समर्पित है और रहेगा ।कार्यक्रम में रिचा जोगी की मौजूदगी ने ग्रामीणों में  काफी उत्साह भर दिया था। जोश भरे नारों से ग्रामीणों ने उनका स्वागत किया। इस दौरान काफी भीड़ स्थल पर मौजूद रही कार्यक्रम जनता कांग्रेस जोगी के नेता अतुल सिंह, दानिश रफीक ,पी एस कुमार,रोमी सिद्दकी,देवेश त्रिपाठी, अशफाक अली,जय भगवान,सेत बड़ा ,मुन्ना टोप्पो,सुनील बखला, नीरज श्रीवास्तव सहित काफी संख्या में नेता व जनता उपस्थित रहे।