ईमानदारी की मिशाल : राईस मील में हमाल का काम करने वाले गरीब की दरियादिली

जांजगीर चाम्पा “संजय यादव”  जिले में ईमानदारी और सच्ची नियत की एक मिशाल सामने आई है.. राईस मील में हमाल का काम करने वाले व्यक्ति ने ईमानदारी की मिशाल पेश की है.. आम तौर पर हमारे गुम हुए सामान कभी वापस नहीं मिलते.. बल्की जमाना ऐसा है की ज़रा सी नजर चुकी की आपका कीमती सामान चोरी भी हो सकता है, लेकिन कलयुग में सभी ऐसे है यह नहीं कहा जा सकता क्योकी दिनेश यादव जैसे ईमानदार लोग भी इस दुनिया में है..

दरअसल सरखो निवासी से.नि. प्र.पा.कीर्तन लाल साव अपने परिवार सहित  नैला स्टेशन से आटो से सरखो आ रहे थे।रास्ते मे रिश्तेदार का बडा बैग कहीं गिर गया । काफी ढूंढने पर भी नहीं मिल पाया। उस बैग में कीमती कपडे गहने के अलावा मोबाइल भी था। अगले दिन 12 फरवरी को उस मोबाइल पर फोन किया गया. फोन उठाने वाले ने कहा . आपका बैग मेरे पास सुरक्षित है। मेरा नाम दिनेश यादव पिता शिव यादव है मैं भाठापारा नैला के राधा वल्लभ राईस मिल मे हमाल हूँ. आपका बैग मेरे पास सुरक्षित है क्रृपया आकर ले जाईए। थोड़ी देर में सरखो से धनंजय साहू सरोजनी साहू मिल पहुंचे। उस नेक ईमानदार इन्सान ने खुशी से मुस्कुराते हुए उनका बैग उन्हें लौटा दिया। घर आकर जब उन्होंने बैग खोला तो उसमें। कीमती नयी साडियों सहित सभी सामान पूरी तरह सुरक्षित थे सच मे उसने मोबाइल के सिवाय किसी चीज हाथ नहीं लगाया था। बहरहाल दिनेश ने ईमानदारी की जो मिशाल पेश की है वो ना सिर्फ देश के सामने रखना चाहिए बल्की ऐसे इमानदार इंसान को एक सैल्यूट तो हमारा भी बनता है..