अभियंता दिवस पर विस अध्यक्ष ने उत्कृष्ट कार्यों के लिए अभियंताओं को सम्मानित किया

रायपुर 17 सितंबर 2014

छत्तीसगढ़ विधानसभा के अध्यक्ष श्री गौरीशंकर अग्रवाल भारत रत्न डॉ. मोक्षगुण्डम विश्वेश्वरैया की 154वीं जयंती के अवसर पर सिविल लाईन रायपुर स्थित नवीन विश्राम गृह में संयुक्त अभियंता आयोजन समिति द्वारा आयोजित अभियंता दिवस समारोह में शामिल हुए। उन्होंने समारोह में अभियंता संघ के प्रत्येक संगठन द्वारा चयनित एक-एक इंजीनियर को उत्कृष्ट कार्यों के लिए सम्मानित किया। समारोह में राज्य स्तर का ‘इंजीनियर्स ऑफ दी इयर’ का अवार्ड प्रेक्टिसिंग इंजीनियर्स वेलफेयर एसोसिएशन की ओर से राज्य के सर्वश्रेष्ट अभियंता क्रेडा के श्री अमिताभ शर्मा को उल्लेखनीय कार्य के लिए प्रदान किया। श्री अग्रवाल ने समारोह में घोषणा की कि भारत रत्न डॉ. मोक्षगुण्डम विश्वेश्वरैया की जयंती 15 सितंबर के अवसर पर विधानसभा की ओर से हर वर्ष अभियंताओं को सम्मानित किया जाएगा। उन्होंने इस अवसर पर समारोह में सांस्कृतिक कार्यक्रम की गायिका सुश्री एश्वर्या पण्डित को 11 हजार रुपए का पुरस्कार देने की भी घोषणा की।
श्री अग्रवाल ने मुख्य अतिथि की आसंदी से कार्यक्रम में उपस्थित सभी अभियंताओं को अभियंता दिवस की बधाई देते हुए कहा कि समारोह में शामिल होकर उन्हें गौरानुभूति महसूस हो रही है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ निर्माण से पूर्व राज्य की पहचान बीमारू और गरीब राज्य के रूप में होती थी। किसी भी राज्य के विकास का मापदण्ड वहां के संसाधन और परिकल्पना वाले अभियंताओं की फौज है। छत्तीसगढ़ राज्य निर्माण बाद राज्य के अभियंताओं ने मौका मिलने पर छत्तीसगढ़ को अग्रणीय बनाने में समर्थ हुए हैं। उन्होंने कहा कि अभियंताओं का सम्मान, महापुरूषों की जयंती, मूर्ति स्थापना की परंपरा निश्चित रूप से हमें प्रेरणा देती है। डॉ. विश्वेश्वरैया के जीवन से हमें प्रेरणा मिलती है। डॉ. विश्वेश्वरैया ने अविकसित देश में अपने बुध्दि कौशल से जनकल्याण के विकास कार्यों का मार्ग प्रशस्त किय।. श्री अग्रवाल ने समारोह में उपस्थित अभियंताओं से कहा कि भविष्य में राज्य के विकास को किस प्रकार की आवश्यकता है, इस पर हमें ध्यान देना चाहिए। उन्होंने कहा कि ग्लोबल वार्मिंग, मौसम परिवर्तन आदि की स्थितियों को देखते हुए आने वाली पीढ़ियों के लिए पेयजल की व्यवस्था हेतु जल ग्रहण क्षेत्र विकसित करने की आवश्यकता है। राज्य के अभियंताओं को डॉ. विश्वेश्वरैया के कार्यों से प्रेरणा लेकर प्रयोग एवं अविष्कार करते हुए कम लागत वाले कार्यों को अंजाम देना चाहिए ताकि आने वाली पीढ़ी इन कार्यो को सदैव याद रखे। श्री अग्रवाल ने कहा कि बिजली के क्षेत्र में भी हमें वैकल्पिक ऊर्जा के उपयोग पर ध्यान देने की आवश्यकता है। इसके लिए न्यूक्लियर एनर्जी पॉवर प्लांट, अपारंपरिक ऊर्जा स्त्रोत को विकसित करने के लिए प्रयास करने होंगे। उन्होंने कहा कि सड़कों का निर्माण निर्धारित अवधि और मापदण्ड के अनुसार करने पर विकास और तेजी से होगा। अभियंताओं को शुध्द पेयजल के लिए नई तकनीक का उपयोग करना होगा। श्री अग्रवाल ने कहा कि राज्य के अभियंताओं के कार्यों में हिंदुस्तान में छत्तीसगढ़ का नाम रौशन किया है, चाहे वह नई राजधानी में अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम, राजनांदगांव और रायपुर में अतंर्राष्ट्रीय हॉकी स्टेडियम हो। नई राजधानी निर्माण की ख्याति अभियंताओं की वजह से ही देश में हुई है। उन्होंने बताया कि आंध्रप्रदेश के मुख्यमंत्री श्री चंद्रबाबू नायडू जिनकी पहचान आधुनिक तकनीक के मुख्यमंत्री के रूप में है वे भी नई राजधानी निर्माण के कार्य को देखना चाहते हैं। यह हमारे प्रदेश के अभियंताओं की प्रमुख उपलब्धी है। श्री अग्रवाल ने कहा कि आवास निर्माण के क्षेत्र में अभियंताओं ने नागरिकों में विश्वास पैदा किया है। राज्य में कमल विहार की योजना को देखकर नागरिक आश्चर्य चकित हैं। पहले जो विरोध करते थे वे ही अब कहते हैं कि कमल विहार की योजना हर जगह बननी चाहिए। उन्होंने अभियंताओं से सजग रहकर ईमानदारी से काम करते हुए छत्तीसगढ़ को देश का अग्रणी राज्य बनाने में सहयोग करने का अवहान किया।
कार्यक्रम में विशेष अतिथि छत्तीसगढ़ राज्य सेवा आयोग के पर्ू्व अध्यक्ष श्री नरेंद्र सिंह भदोरिया, प्रमुख अभियंता लोक निर्माण विभाग श्री डी.के. प्रधान, प्रमुख अभियंता लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग श्री टी.जी. कोसरिया, प्रमुख अभियंता सिंचाई श्री एच.आर. कुटारे, सेवा निवृत ई.एन.सी पीएचई श्री आर.एन. गुप्ता और आयोजन समिति के अध्यक्ष एवं सचिव छत्तीसगढ़ राज्य इलेक्ट्रीसिटी रेगुलेट्री कमिशन श्री पी.एन. सिंह सहित बड़ी संख्या में अभियंता उपस्थित थे।