कांग्रेस से भाजपाई हुए आरपीएन सिंह… कहा- कांग्रेस न वो पार्टी रही, न रही वो सोच

लखनऊ. उत्तर प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है. कांग्रेस से इस्तीफा देने के बाद आरपीएन सिंह भाजपा में शामिल हो गए हैं. सोनिया गांधी को पत्र लिखकर कांग्रेस से इस्तीफा देने वाले आरपीएन सिंह ने बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह, यूपी प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान और यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य की मौजूदगी में भाजपा की आधिकारिक तौर पर सदस्यता ली. इस दौरान दिनेश शर्मा, ज्योतिरादित्य सिंधिया और अनुराग ठाकुर भी मौजूद थे. माना जा रहा है कि आरपीएन सिंह को पडरौना सीट से उम्मीदवार बनाया जा सकता है.

भाजपा में शामिल होने के बाद आरपीएन सिंह ने पीएम मोदी और अमित शाह का धन्यवाद दिया. उन्होंने कहा कि धर्मेंद्र प्रधान और अन्य सभी लोगों को दिल से धन्यवाद देना चाहता हूं. कुछ ही सालों में हमारे प्रधानमंत्री जी ने प्राचीन संस्कृति को 21वीं सदी से जोड़कर हिंदुस्तान को राष्ट्र के निर्माण में जो कार्य किया है, पूरा देश उसको देख रहा है. 32 सालों तक मैं एक पार्टी में रहा, ईमानदारी से लगन से मेहनत की, परंतु जिस पार्टी में इतने साल रहा, वह अब वह पार्टी रह नहीं गई, जहां मैंने शुरुआत की थी और ना ही वह सोच रह गई है. अगर देश में राष्ट्र निर्माण करना है और देश को आगे बढ़ाना है तो मैं छोटे कार्यकर्ता की हैसियत से हमारे प्रधानमंत्री जी के सपनों को पूरा करने के लिए जो भी प्रयास होगा, मैं अवश्य करूंगा.

आरपीएन सिंह ने आगे कहा कि बहुत सालों से तमाम लोग मुझसे कहते थे कि बीजेपी में आपको जाना चाहिए, बहुत समय से सोचा और अंत में यही कह सकता हूं कि देर आए दुरुस्त आए. आज उत्तर प्रदेश में चुनाव चल रहे हैं. 4 और राज्य में चुनाव चल रहे हैं और हम तो सबसे महत्वपूर्ण उत्तर प्रदेश के हैं. मुझे गर्व है कि मैं पूर्वांचल से आता हूं और पूर्वांचल में जिन योजनाओं के बारे में प्रयास किया जाता था, जो सपनों में देखा जाता था, आज वह हकीकत में पूर्वांचल के लोगों ने देखा है और उसे उतारने का काम डबल इंजन की सरकार ने किया है. कानून व्यवस्था को ठीक करने का काम जिस तरीके से सरकार ने किया है, सबने देखा है.

उन्होंने कहा कि पिछले सात सालों में जो बड़ी योजनाएं आई हैं यूपी में, वो पूरे देश ने देखा है. पूर्वांचल में जो लोग सपना देखते थे, वो जमीन पर उतरा है. कानून व्यवस्था बहुत सुधरी है. वहीं, इस मौके पर धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि हम जनता के पास विकास, गरीब कल्याण योजनाएं और उत्तर प्रदेश में सुधरी हुई कानून व्यवस्था को लेकर चुनाव में जा रहे हैं. प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व स्वीकार करते हुए विकास के मुद्दे को अपनाते हुए उत्तर प्रदेश को देश में एक नंबर बनाने के लिए आज हमारे साथ आरपीएन सिंह जी ने ज्वाइन किया है. आरपीएन जी का आना एक शुभ संकेत है.

कौन हैं आरपीएन सिंह

कुशीनगर में पडरौना के राजा कहे जाने वाले कुंवर रतनजीत प्रताप नारायण सिंह (आरपीएन सिंह ) बहुत पुराने कांग्रेसी रहे हैं. आरपीएन सिंह के पिता सीपीएन सिंह इंदिरा गांधी की सरकार में रक्षा मंत्री भी रह चुके हैं. आरपीएन सिंह पडरौना विधानसभा से तीन बार विधायक रहे हैं. मनमोहन सिंह की सरकार में केंद्रीय पेट्रोलियम, प्राकृतिक गैस, कॉरपोरेट मामला, सड़क परिवहन एवं राजमार्ग और केंद्रीय गृह राज्य मंत्री जैसे महत्वपूर्ण मंत्रालयों की जिम्मेदारी सम्हाल चुके हैं. ओबीसी जाति से आने के कारण अच्छी पकड़ है. इतना ही नहीं, आरपीएन सिंह की सभी जाति के वर्ग पर अच्छी पकड़ है.