Breaking : छत्तीसगढ़ सहित प्रदेश के एकमात्र आरक्षित सीट जांजगीर चांपा लोकसभा चुनाव लिए बीजेपी ने की प्रत्याशियों की तलाश शुरू…विधानसभा क्षेत्रों में सर्वे का काम जारी…

@संजय यादव
जांजगीर चांपा। छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव में भारी जीत के बाद बीजेपी लोकसभा की तैयारी के लिए जुट गई है. पार्टी अब छत्तीसगढ़ सहित प्रदेश के एकमात्र आरक्षित सीट जांजगीर चांपा लोकसभा चुनाव के लिए भाजपा प्रत्याशियों की तलाश शुरू कर दी है.अपने स्तर पर सर्वे एवं प्रत्याशियों की तलाश शुरू कर दी है.

इस बार भारतीय जनता पार्टी लोकसभा चुनाव में फिर से नई रणनीति के साथ मैदान में उतरने वाली है. और कांग्रेस को फिर से पटखनी देने की तैयारी में है. जिसके लिए नई रणनीति के साथ अब प्रत्याशियों की खोज शुरू हो गई है. जांजगीर चांपा लोकसभा छत्तीसगढ़ प्रदेश का एकमात्र अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित लोकसभा सीट है. इस सीट में बीजेपी केंद्रीय नेतृत्व की नजर है.

जांजगीर चांपा लोकसभा पूरे प्रदेश में एकमात्र अनुसूचित जाति रिजर्व सीट है.जहां आगामी लोकसभा चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी की नजर बनी हुई है. यहां आने वाले समय में पीएम से लेकर गृह मंत्री का भी दौरा बन सकता है. जांजगीर-चांपा लोकसभा सीट इस बार बीजेपी के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण सीट हो गया क्योंकि जांजगीर चांपा लोकसभा के सभी आठ विधानसभा में भाजपा सफाया हो गया है. इस लोकसभा से सभी 8 विधानसभा में कांग्रेस का कब्जा है. इस लिहाज से बीजेपी इस बार जांजगीर चांपा लोकसभा के लिए नई रणनीति के साथ कमर कस चुकी है .इसलिए स्वच्छ ,सरल ,सहज,बेदाग मिलनसार प्रत्याशी की तलाश में बीजेपी है.जिसके लिए गुप्त सर्वे का काम शुरू हो गया है. वहीं कई सर्वे के टीम विधानसभा घूम-घूम कर लोगों से फीडबैक ले रही है। छत्तीसगढ़ प्रदेश में बीजेपी की 9 सीट है वहीं कांग्रेस की दो सीट है. प्रदेश में कुल लोकसभा की 11 सीट है।

इस सीट में सबसे ज्यादा महिला सांसद जीते….
जांजगीर-चाम्पा लोकसभा में अब तक पांच चुनाव में महिला उम्मीदवार सांसद बनकर पहुंची हैं। इनमें मिनीमाता और श्रीमती कमला देवी पाटले दो-दो बार तो कस्र्णा शुक्ला एक बार सांसद रही हैं। हालांकि इस क्षेत्र में 16 बार हुए चुनाव में राजनीतिक दलों ने इतने ही बार महिला उम्मीदवारों को मौका भी दिया है।
वर्ष 1967, 1971 में कांग्रेस ने मिनीमाता को यहां से उम्मीदवार बनाया और दोनों बार वे विजयी हुई। पहली बार मिनीमाता ने भारतीय जनसंघ के एस लाल और दूसरी बार इसी पार्टी के सुंदरलाल धनु जी को पछाड़ा। इसी तरह वर्ष 2004 में भाजपा ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की भतीजी कस्र्णा शुक्ला को मैदान में उतारा, जिसमें वे विजयी रही।
उन्होंने कांग्रेस के डॉ. चरण दास महंत को पराजित किया। वर्ष 2009 में यह सीट परिसीमन के चलते अजा वर्ग के लिए आरक्षित हो गया, तब भाजपा ने यहां से कमला देवी पाटले को मैदान में उतारा और उन्होंने कांग्रेस के डॉ. शिव कुमार डहरिया को पराजित किया। इसी तरह वर्ष 2014 में पार्टी ने दूसरी बार श्रीमती कमला देवी पाटले पर भरोसा जताया और दूसरी बार भी वे विजयी रही। उन्होंने कांग्रेस के प्रेमचंद जायसी को डेढ़ लाख से अधिक मतों से परास्त किया। 2019 में कांग्रेस और भाजपा दोनों ने पुस्र्ष उम्मीदवार को मैदान में उतारा था।। 2019 में कांग्रेस से जहां पूर्व सांसद परसराम भारद्वाज के पुत्र रवि भारद्वाज मैदान में थे जिसे भाजपा से सारंगढ़ के पूर्व सांसद गुहाराम अजगले चुनाव हराकर जांजगीर चांपा लोकसभा के सांसद बने।