ये महिला पुलिस अधिकारी महिलाओ को कमांडो बनने दे रहीं है प्रशिक्षण…. अब साधारण महिलाएं भी करेगी गश्त..


पुलिस ने सिखाएं महिलाओ को आत्मरक्षा के गुर

चयनित महिलाओं को दी जायेगी पुलिस द्वारा ट्रेनिंग

अम्बिकापुर

पुलिस द्वारा जिले के विभिन्न क्षेत्रों की महिलाओं को 3 चरण में प्रशिक्षण देकर उन्हें आत्मरक्षा व आसपास की रक्षा की गुर सिखाए जायेंगे। इसके लिये सोमवार को रक्षित केंद्र में महिला कमांडो प्रशिक्षण कार्यशाला की शुरूआत की गई। इसस प्रशिक्षण में चयनित महिलाओं को पुलिस अधिकारियों द्वारा ट्रेनिंग दी जायेगी। महिला कमांडो प्रशिक्षण कार्यशाला की शुरूआत सोमवार को रक्षित केद्र में किया गया। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि एसडीओपी गरिमा द्विवेदी उपाध्याय थी। कार्यशाला में विभिन्न थाना क्षेत्र की 50 से अधिक महिलाएं शामिल हुई। कार्यशाला की शुरूआत करते हुये एसडीओपी गरिमा द्विवेदी ने महिलाओं से कहा कि चयनित महिलाओं को आईजी हिमांशु गुप्ता व एसपी आरएस नायक के मार्गदर्शन में एक सशक्त कमांडो के रूप में प्रशिक्षित किया जायेगा। यह प्रशिक्षण 3 चरणों में दिया जायेगा। महिलाओं को प्रतिमाह सप्ताह में एक दिन प्रशिक्षण दिया जायेगा। सबसे पहले सुरक्षा की दृष्टिकोण से सभी को प्रशिक्षित किया जायेगा। पहले चरण में महिलाओं को कानूनी की सभी जानकारियों से अवगत कराया जायेगा। महिलाओ को यह बताया जायेगा कि उनके आसपास वैधानिक रूप से क्या गलत हो रहा है और उसका विरोध कैसे करना है।
इसकी जानकारी कहां दी जानी है। महिलाओं को आधारभूत कानून की जानकारी प्रशिक्षण के दौरान विशेषज्ञों से दिलाई जायेगी। इसके बाद सभी महिलाओं को आत्मरक्षा के गुर सिखाए जायेंगे। एसडीओपी ने महिलाओं को बताया कि उनके पास हमेशा आत्मरक्षा के लिये कुछ खास नहीं रहता है। महिलाएं अकसर अपने साथ बैग लेकर चलती हैं। उन्हें कैसे असामाजिक तत्वों से अपने आपकों सुरक्षित करना है इसका प्रशिक्षण दिया जायेगा। अपनी आत्मरक्षा के गुर पुलिस अधिकारियों द्वारा सभी महिलाओं को दिया जायेगा। उन्हें फिजिकल रूप से प्रशिक्षित भी किया जायेगा। इसके लिये एक सप्ताह का प्रशिक्षण शिविर भी आयोजित किया जायेगा। शिविर में महिलाओं को पुलिस की तरह प्रशिक्षण प्रदान किया जायेगा। प्रशिक्षण से महिलाओं के अंदर एक कमांडो के सारे गुण भरे जायेंगे। आत्मरक्षा में प्रशिक्षित करने के बाद महिलाओं को आसपास के लोगों को कैसे सुरक्षित किया जाये इसका भी प्रशिक्षण दिया जायेगा। इस दौरान प्रशिक्षण की नोडल अधिकारी लता चैहान, एसआई सरिता आयाम, एएसआई पुष्पा तिर्की सहित अन्य लोग उपस्थित थे।

प्रशिक्षण के बाद गश्त भी करेंगी महिलाएं
एसडीओपी ने बताया कि प्रशिक्षण पूर्ण होने के बाद महिलाएं थानों की मदद करेंगी। इस दौरान वे पुलिस के साथ मिलकर रात्रि गश्त, ग्रुप गश्त व पैदल गश्त में भी शामिल होंगी। उन्होंने बताया कि कॉलेज की युवतियां भी प्रशिक्षण प्राप्त कर कॉलेज व स्कूलों के आसपास रहकर वहां पर हो रही गलत हरकतों को रोकने में पुलिस की मदद कर सकेंगी। इस दौरान उन्होंने बताया कि किसी भी वारदात को सुलझाने में भी प्रशिक्षित महिलाएं पुलिस की मदद कर सकेंगी।

पंजीयन कर दिया जायेगा आईकार्ड
एसडीओपी ने बताया कि प्रशिक्षण के दौरान महिलाओं का पंजीयन पुलिस थानों की मदद से किया जायेगा। इसके लिये उनका वेरिफिकेशन करने के बाद एक प्रमाण पत्र के साथ आईकार्ड भी दिया जायेगा