मुख्यमंत्री पद की उठा पटक के बाद..अब मंत्रिमंडल को लेकर हो सकती है खींचतान..कई सीनियर विधायको का कट सकता है पत्ता..भूपेश सरकार में होंगे 13 मंत्री..

रायपुर..प्रदेश में पूर्ण बहुमत के साथ ही कांग्रेस की सरकार बन गई है..और आपसी खींचतान के बाद पीसीसी चीफ भूपेश बघेल प्रदेश के नए मुख्यमंत्री चुने गए है..और आज भूपेश मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने जा रहे है..तो वही कांग्रेस में अब भूपेश मंत्रिमंडल के दावेदारों की फेहरिस्त बढ़ गई..लेकिन प्रशासनिक बाध्यता के चलते भूपेश के मंत्रिमंडल में गिने चुने चेहरों को ही मौका मिल सकेगा..

दरसल मुख्यमंत्री के नाम की घोषणा होने के बाद भूपेश बघेल राज्य के तीसरे मुख्यमंत्री के रूप में अब से कुछ ही देर में शपथ लेंगे.. जिसके बाद भूपेश सरकार अपने कुनबे का विस्तार करेंगे..यानी मंत्रिमंडल के लिए माथापच्ची का दौर शुरू होगा..जिंसमे जातिगत ,क्षेत्रवार,और सीनियरिटी के हिसाब से मंत्री बनाये जाएंगे..और इस पर भी काफी उठा पठक कांग्रेस को करनी होगी..और वह इसलिए क्योकि प्रशासनिक बाध्यता के पेंच के चलते राज्य में केवल 13 विधायको को ही मंत्री पद से नवाजा जाएगा..जाहिर तौर पर जिन नेताओ को मंत्रिमंडल में जगह नही मिलेगी वे एक बार फिर खेमेबाजी की राजनीति के इतिहास को दोहरा सकते है..

वही मौजूदा समय मे कई ऐसे विधायक चुनाव जीतकर आये जो कभी अविभाजित मध्यप्रदेश में मंत्री रहे..यही नही कई ऐसे भी विधायक है..जिन्हें छत्तीसगढ़ में पहले मंत्री बनने का गौरव प्राप्त है..अब ऐसे विधायक अभी से ही मंत्री बनने के जुगाड़ में है..तो कुछ नए चेहरे है जिन्हें मंत्री बनने के लिए जद्दोजहद करनी पड़ रही है..

भूपेश सरकार का सम्भावित मंत्रीमंडल..

बता दे की रायपुर संभाग की विधानसभा सीटों में से सत्यनारायण शर्मा,अमितेश शुक्ल,छत्तीसगढ़ के प्रथम मंत्री रहे.इसी क्रम में दुर्ग सम्भाग से रविन्द्र चौबे छत्तीसगढ़ सरकार में प्रथम मंत्री रहे..जिसके बाद अब वे भी मंत्री पद की दौड़ में है..इसके अलावा इस संभाग से ताम्रध्वज साहू,अनिला भेड़िया,देवेंद्र यादव भी मंत्री मंडल में जगह पाने को लेकर जद्दोजहद कर रहे है..बस्तर संभाग से मनोज मंडावी छत्तीसगढ़ सरकार में प्रथम मंत्री रह चुके है..लिहाजा वे भी दौड़ में शामिल है.इसके अलावा लगातार 5 बार विधायक रहे कवासी लखमा,देवती कर्मा, लखेश्वर बघेल भी मंत्री पद के दावेदार है..इसी तरह बिलासपुर संभाग से चरणदास महंत जो अविभाजित मध्यप्रदेश में मंत्री रहे,और इस बार मुख्यमंत्री पद के दावेदार रहे है..लिहाजा उन्हें मंत्री पद मिलना लगभग तय माना जा रहा है..जिसके बाद झीरम हमले में शहीद हुए तत्कालीन पीसीसी चीफ नन्दकुमार पटेल के सुपुत्र उमेश पटेल का नम्बर है.जिन्होंने आईएएस ओपी चौधरी को चुनाव में पराजित किया है..सरगुजा संभाग से मुख्यमंत्री पद के प्रबल दावेदार माने जा रहे टीएस सिहदेव मंत्री मंडल का हिस्सा हो सकते है.इन सबके अलावा अजित जोगी सरकार में मंत्री रहे रामपुकार सिह,प्रेमसाय सिह को भी मंत्री पद में शामिल हो सकते है..यही नही कभी पूर्व मुख्यमंत्री और छजका सुप्रीमो अजित जोगी के करीबी रहे अमरजीत भगत को भी मंत्री पद से नवाजा जा सकता है..