नई दिल्ली
गुजरात की मुख्यमंत्री आनंदीबेन पटेल के इस्तीफे के बाद भाजपा पार्लियामेंटरी बोर्ड ने उनका इस्तीफा मंजूर कर लिया है। लेकिन दूसरी ओर गुजरात के नए मुख्यमंत्री के नाम को लेकर अटकलो का बाजार भी गर्म हो गया है। इधर सीनियर केंद्रीय मंत्री और वरिष्ठ भाजपा नेता वेंकैया नायडू ने कहा कि बीजेपी पार्लियामेंटरी बोर्ड ने गुजरात के मुख्यमंत्री आनंदीबेन पटेल का इस्तीफा मंजूर कर लिया गया है, साथ ही राजनैतिक गलियारो मे मुख्यमंत्री के नामपर अमित शाह के नाम की चर्चा पर विराम लगाने हुए उन्होने कहा कि नए मुख्यमंत्री के नाम पर अभी तक कोई चर्चा नहीं हुई । नायडू ने ये भी कहा कि आनंदीबेन पटेल आज अपना इस्तीफा राज्यपाल को सौपेंगीं.
जानकारी के मुताबिक पार्टी अध्यक्ष अमित शाह आज गुरुवार को गुजरात जाकर विधायक दलों की बैठक मे शामिल होंगे और वहाँ पार्टी विधायकों के साथ औपचारिक बैठक के बाद नए मुख्यमंत्री का नाम तय करेंगे । जिसके बादद ही नए सीएम के नाम का तय हो सकेगा।
कौन हो सकता है मुख्यमंत्री ?
आनंदीबेन के मुख्यमंत्री पद से हटने के बाद गुजरात के मुख्यमंत्री पद मे कई नामो की सार्वजनिक चर्चा तेज हो गई है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अमित शाह को राष्ट्रीय अध्यक्ष की कुर्सी से वापस गांधीनगर भेजने के मूड मे नही है । जबकि अमित शाह 2017 चुनावों के लिए सबसे ताकवतवर नेता साबित हो सकते है। । अमित शाह 2014 के बाद गुजरात के मुख्यमंत्री बननके जरुर इच्छुक थे , लेकिन मोदी की इच्छा के कारण उन्होने शायद अपनी भवानाओ की कुर्बानी दे दी था। फिलहाल सत्ता वाले दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष की कुर्सी छोडकर शाह गुजरात के मुख्यमंत्री की कुर्सी संभालने के इच्छुक नजर नही आ रहे है।
गुजरात का विकल्प
गुजरात की मौजूदा सरकार में मंत्री नीतिन पटेल और प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष विजय रुपाणी प्रमुख रुप से मुख्यमंत्री पद के प्रबल दावेदार माने जा रहे हैं । यूं तो नाम गुजरात इकाई के संगठन महामंत्री भीखुभाई दलसाणिया. आदिवासी समाज से आने वाले गणपत वसावा, केंद्र में कृषि राज्य मंत्री पुरशोत्तम रुपाला और गुजरात के वित्त मंत्री सौरभ पटेल का भी उछल रहा है, लेकिन प्रमुख नाम नीतिन पटेल और विजय रुपाणी ही हैं ।
गुजरात का अगला सीएम कौन होगा और बीजेपी पार्लियामेंटरी बोर्ड में इसे लेकर क्या चर्चा हुई? इस सवाल के जवाब में नायडू ने कहा कि अगला सीएम कौन होगा, इसे लेकर संसदीय दल की आज की बैठक में चर्चा नहीं हुई, लेकिन इसके साथ ही उन्होंने ये साफ कर दिया कि अमित शाह गुजरात के सीएम नहीं होंगे । उन्होंने कहा कि अमित शाह पार्टी अध्यक्ष हैं और वो बने रहेंगे ।
नीतिन पटेल प्रबल
जहां तक नीतिन पटेल का सवाल है, उनकी खासियत ये है कि वो उत्तर गुजरात से आते हैं और पाटीदार समुदाय से हैं. इसके अलावा उनके पास लंबा-चौड़ा प्रशासनिक अनुभव है. केशुभाई पटेल और नरेंद्र मोदी दोनों ही सरकारों में लंबे समय तक मंत्री रहे और आनंदीबेन की मौजूदा सरकार में भी नंबर दो मंत्री हैं, जिनके पास स्वास्थ्य और सड़क विभाग की जिम्मेदारी भी है. एक समय इनके पास राजस्व विभाग भी हुआ करता था, लेकिन फिर उसे आनंदीबेन ने अपने पास रख लिया । नीतिन पटेल पार्टी कार्यकर्ताओं के बीच काफी लोकप्रिय हैं, सहज हैं और मोदी के भी करीबी हैं. दो महीने पहले जब आनंदीबेन पटेल को हटाने की चर्चा शुरु हुई थी, तब भी नीतिन पटेल का नाम ही तय माना जा रहा था ।
नीतिन पटेल का बतौर विधायक करियर 1990 में ही शुरू हो गया था, जबकि आनंदीबेन पटेल पहली बार 1998 में विधायक बनी. नीतिन पटेल अभी तक पांच बार विधानसभा का चुनाव जीत चुके हैं । 1995 से लेकर 2002 तक बीजेपी की सरकार में मंत्री रहे, हालांकि 2002 का चुनाव वो हार गये। 2007 में एक बार फिर से विधायक बनने के बाद उनकी मोदी मंत्रिमंडल में वापसी हुई, तब से वो लगातार मंत्री बने हुए हैं । इस तरह कुल मिलाकर तीन मुख्यमंत्री, केशुभाई पटेल, नरेंद्र मोदी और आनंदीबेन पटेल के साथ नीतिन पटेल ने काम किया है और बतौर मंत्री उनका अनुभव पंद्रह साल से भी अधिक का है।