वनवासी विकास समिति ने ग्रामीण स्वास्थ कार्यकर्ताओं को दिया प्रशिक्षण

अंबिकापुर : दिनांक 8 अप्रेल रविवार को विवेकानन्द वनवासी छात्रावास पटपरिया अंबिकापुर में वनवासी विकास समिति सरगुजा द्वारा आयोजित 4 दिवसीय ग्रामीण स्वास्थ कार्यकर्ता प्रशिक्षण शिविर का आयोजन 4 अप्रेल से 8 अप्रेल तक किया गया था, जिसका समापन प्रशिक्षण शिविर में विशेष रूप से उपस्थित रहे मध्य क्षेत्र चिकित्सा प्रमुख डॉ उदय आरदेय, समापन समारोह के मुख्य अतिथि अनुराग सिंह देव एवं विशिष्ट अतिथि डॉ एस. पी. वैश्य, डॉ आकाश सिंह, प्रांतीय संगठन मंत्री तुलसी तिवारी व खेर पाण्डेय के उपस्थिति में किया गया.
समापन समारोह के मुख्य अतिथि अनुराग सिंह देव द्वारा प्रशिक्षण प्राप्त प्रशिक्षार्थियों को अपने अपने क्षेत्र में मानव कल्याण हेतु स्वास्थ के क्षेत्र में पुनीत कार्य करने के लिए शुभकामनायें देते हुए कहा कि वनवासी कल्याण आश्रम के द्वारा सरगुजा जशपुर सहित सम्पूर्ण वनवासी क्षेत्रों के वनवासियो के उत्थान के लिए किये जा रहे स्वास्थ के क्षेत्र में प्रशिक्षित कार्यकर्ताओं का निर्माण प्रशंसनीय है. उन्होंने कहा की वनवासियों के द्वारा नदी पहाड़ पेड़ सहित सभी प्राकृतिक संसाधनों का विशेष महत्व है इसलिए वनवासी कल्याण आश्रम द्वारा उनके हित में उनकी मान्यताओं के अनुरूप वनांचल क्षेत्र में स्वस्थ वातावरण निर्माण किये जाने से उनके मध्य भाईचारा और बढ़ेगा. आरोग्य रक्षक वनवासी भाइयों के मध्य से ही प्रशिक्षित होने से उनके मध्य एक विश्वास का वातावरण निर्मित हुआ है और वे लोग सामान्य बिमारियों में प्रशिक्षित वनवासी स्वास्थ कार्यकर्ताओं के द्वारा किये जा रहे प्राथमिक उपचार को स्वीकार्य  कर रहे हैं और किसी भी गंभीर बीमारी की स्थिति पर चिकित्सकीय उपचार हेतु सलाह को भी गंभीरता से मान रहे हैं. वनवासियों के मध्य स्वास्थ जनजागरण निःसंदेह वनवासी कल्याण के अन्य क्षेत्र के लिए गुणोत्तर विकास के द्वार खोलता है.
डॉ उदय आरदेय ने वनवासी कल्याण आश्रम के अंतर्गत 1995 से शुरू हुई आरोग्य रक्षक की परिकल्पना के क्रियान्वयन पर प्रकाश डालते हुए अपने उद्बोधन में कहा कि वनवासी कल्याण आश्रम द्वारा वनवासी कल्याण हेतु चिकित्सा, शिक्षा व सांस्कृतिक संरक्षण के लिए विभिन्न क्षेत्रों में प्रशिक्षित स्वयंसेवकों द्वारा विभिन्न कार्यक्रम व योजनाओं का संचालन किया जा रहा है. जिसमें आरोग्य रक्षक के रूप में ग्रामीण स्वास्थ कार्यकर्ताओं का प्रशिक्षण समय समय पर आयोजित किया जाना शामिल है और प्रशिक्षित आरोग्य रक्षक ग्रामीणों के मध्य विशेषकर वनवासीयों को स्वास्थ के प्रति जागरूक करने के साथ साथ उनका प्राथमिक उपचार व अन्य चिकित्सकीय उपचार हेतु सलाह देते हैं, जिससे कि वनवासी व ग्रामीण अज्ञानता में बीमारी का गलत उपचार ना करें. वनवासी कल्याण आश्रम द्वारा सही व मान्य चिकित्सा पद्धति के माध्यम से ईलाज हेतु शिक्षित ग्रामीणों को लगातार प्रशिक्षण देकर प्रशिक्षित किया जाता है साथ ही आरोग्य शिविर के माध्यम ग्रामीणों का स्वास्थ प्रशिक्षण, कुपोषण से मुक्ति हेतु जनजागरण, सर्दी बुखार जैसे सामान्य बिमारियों का निशुल्क उपचार व अनुभवी चिकित्सकों द्वारा मोतियाबिंद व गंभीर चोट की स्थिति में ऑपरेशन से भी उपचार भी किया जाता है.
तुलसी तिवारी प्रांतीय संगठन मंत्री द्वारा सभा को संबोधित करते वनवासी कल्याण आश्रम की स्थापना और उद्येश्यों की की जानकारी दी एवं वनवासी कल्याण आश्रम द्वारा वनवासीयों के लिए स्वास्थ, शिक्षा, सेवा, सुरक्षा, धर्म सांस्कृतिक एवं लोककला सहित चल रहे सभी 16 आयामों की जानकारी देते हुए वनवासी कल्याण आश्रम के छात्रवास के छात्रों द्वारा सेना, पुलिस, शिक्षा व स्वास्थ सहित विभिन्न क्षेत्र में किये जा रहे महत्वपूर्ण योगदान व कार्यों की भी जानकारी दी. उन्होंने बताया की जंगल, जल और खेत सिमित और सिकुड़ते जा रहे हैं इसलिए अन्न, बीज, पशु, जल और जंगल के संरक्षण के लिए भी वनवासी कल्याण आश्रम द्वरा वनांचल में जन जागरण का कार्य किया जा रहा है. अत: सभी व्यक्तियों से उन्होंने आग्रह किया की वनांचल और वनवासी कल्याण के इस पुनीत कार्य में सभी अपना अपना योगदान दें जिससे वनवासी कल्याण के माध्यम से हम अपने सभ्यता, धर्म व संस्कृति की रक्षा कर सकें.
समापन कार्यक्रम को डॉ आकाश ने भी सम्बोधित किया एवं कार्यक्रम के अंत में उपस्थित अतिथियों द्वारा प्राथमिक स्वास्थ किट प्रदान की गई.आभार प्रदर्शन कार्यक्रम के अध्यक्ष एवं वनवासी कल्याण आश्रम के उपाध्यक्ष नवरंग राम द्वारा किया गया. मंच संचालन  वनवासी कल्याण आश्रम के विभाग संगठन मंत्री बिहारी सिंह द्वारा किया गया.
ग्रामीण स्वास्थ कार्यकर्ता प्रशिक्षण शिविर के समापन समारोह में मुख्य रूप से प्रान्त क्रीड़ा प्रमुख गोपालराम, प्रान्त छात्रावास प्रमुख शिरीष कुराने, विभागकार्यवाह गौरांगों सिंह, विभाग प्रचारक राजकुमार चन्द्रा, जिलाकार्यवाह अजय मिश्र, राम भगत, संतोष गुप्ता, रामलखन पैंकरा, बलराम भगत, नवनीकान्त दत्ता,चन्द्र प्रसाद सहित स्वयंसेवक एवं गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे.