रायपुर राजेश पटेल का निधन अपूरणीय क्षति इंदौर में जन्में और इंदौर के छत्तीसगढ़ के भिलाई तक कार्य करते हुये खेल जगत में 4 दसक से अधिक सेवा देने वाले बाॅस्केट बाल के दौणाचार्य (अंतराष्ट्रीय प्रशिक्षक) राजेश पटेल का निधन बहुत दुखद राजेश पटेल न केवल अच्छे खिलाड़ी थे, बल्कि वे बेहतर प्रशिक्षक और अपने आप में खेल के लिये एक संस्था के रूप में बेमिसाल खिलाड़ी साबित हुये है। उनकी सेवाओं और अदभुत उपलब्धियों के लिये उन्हें अविभाजित मध्यप्रदेश में खेल जगत के बड़े पुरस्कार विक्रम पुरस्कार, विश्वामित्र पुरस्कार, वीर हनुमान सिंह पुरस्कार, फिकी स्पोर्टस ग्लोबल पुरस्कार, सेल का बेस्ट पुरस्कार, राष्ट्रीय गौरव पुरस्कार, नेशनल स्पोटर््स टाइम पुरस्कार, भीम चेतना पुरस्कार सहित छत्तीसगढ़ के खेल रत्न गुंडाधुर अवार्ड से भी सम्मानित हुये। उन्होंने अपने जीवन में खेल को उंचाई तक ले जाने वाली कई स्थानीय राष्ट्रीय स्तर के पदक प्राप्त किये और 22 साल के प्रशिक्षक के रूप में जो बास्केट बाल की नर्सरी खड़ा की उनकी वह सेवायें इंदौर, भिलाई से लेकर पूरा खेल जगत उन्हें याद करेगा। उनका निधन छत्तीसगढ़ के खेल जगत के अपूरणीय क्षति है।
राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष मोतीलाल वोरा, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश बघेल, नेता प्रतिपक्ष टी.एस. सिंहदेव, पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ. चरणदास महंत, दुर्ग लोकसभा सांसद ताम्रध्वज साहू, सांसद छाया वर्मा, पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष धनेन्द्र साहू, पूर्व मंत्री सत्यनारायण शर्मा, पूर्व नेता प्रतिपक्ष रविन्द्र चैबे, पूर्व मंत्री मो.अकबर, पूर्व मंत्री अमितेष शुक्ल, कार्यकारी अध्यक्ष डाॅ. शिवकुमार डहरिया, रामदयाल उईके, विधायक दल के उपनेता कवासी लखमा, विधायक अरूण वोरा, संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी, प्रभारी महामंत्री गिरीश देवांगन गहरा दुखद व्यक्त किया है और कहा है कि सहित सभी कांग्रेसजन हम सब शोक संतप्त परिवार के साथ है। राजेश पटेल सीधे सरल सहज व्यक्तित्व के धनी थे और उनका निधन हम सब की अपूरणीय क्षति है।