कार्बन मोनोऑक्साइड एक परिवार के लिए बनी जानलेवा. पांच की हालत खराब. एक ने तोड़ा दम..

कोरबा . ठंड से बचने के लिए रात के समय सिगड़ी जलाकर सोना एक परिवार के जानलेवा साबित हुआ है. इस गलती की वजह से जहां एक की मौत हो गई तो वहीं पांच लोगों का गंभीर अवस्था में इलाज जारी हैं. घटना का कारण कोयले के जलने से निकली विषैली गैस को माना जा रहा है . हालांकि पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है

जानकारी के मुताबिक कुसमुंडा के आनंद नगर में जयकरण वर्मा नाम का व्यक्ति अपने पूरे परिवार के साथ निवास करता है .बीती रात अचानक बढ़ी ठंड के प्रभाव से बचने के लिए जयकरण अपनी पत्नी, बहू, बेटा, बेटी और 5 महीने की मासूम पोती के साथ घर पर सो रहा था. इधर सोने से पहले परिवार के लोगों ने ठंड से बचने के लिए सिगड़ी मे कोयला जलाया था. जिसके बाद सिगड़ी को बंद कमरे में रख कर पूरा परिवार सो गया. आज सुबह जब घर का कोई सदस्य बाहर नहीं निकला और दोपहर हो चली तब लोगों को अनहोनी की आशंका हुई. तब लोगों ने घर के शेड को हटाकर देखा तो पूरा परिवार बेहोश पड़ा था. ऐसे में पडोसियों ने तत्काल 112 की मदद से परिवार के सभी सदस्यों को जिला अस्पताल भिजवाया.

कार्बन मोनोऑक्साइड बनी जानलेवा.

इधर सब की हालत गंभीर होने के कारण सभी लोगों को निजी अस्पताल में रेफर कर दिया गया. पर इलाज के दौरान परिवार के मुखिया जयकरण वर्मा ने दम तोड़ दिया. जबकि घर के अन्य सदस्य की हालत भी गंभीर बनी हुई है माना यह जा रहा है कि कोयले से निकलने वाले कार्बन मोनो ऑक्साइड गैस के कारण दम घुटा. जिस कारण परिवार के लोगों की तबीयत बिगड़ी होगी. फिलहाल सभी परिवार के सदस्यों का इलाज निजी अस्पताल में जारी है इधर कुसमुंडा पुलिस ने इस मामले में अपनी जांच शुरू कर दी है

कोई पहली घटना नहीं.
कोरबा जिले में यह पहली घटना नहीं जब से सिगड़ी जलाकर सोने के कारण इस तरह की घटना सामने आई हो . बल्कि आसानी से कोयला उपलब्ध होने के कारण अलग इलाके में ठंड से बचने के लिए घर के अंदर लोग सिगड़ी जला कर सो जाते हैं और इस तरह की घटनाएं सामने आती हैं.