कागजो पर संचालित आंगनबाड़ी की हो गई पुष्टि..अब कार्यवाही करने के मूड में महिला बाल विकास…

बलरामपुर (कृष्णमोहन कुमार) जिले जोकपाठ में आंगनबाड़ी केंद्रों में 6 महीनों से ताला लटकने की खबर पर मुहर लग गई है..फ़टाफ़ट में खबर प्रकाशित होने के बाद महिला बाल विकास विभाग में हड़कम्प मच गया था..महिला बाल विकास विभाग की सचिव एम गीता ने मामले को गम्भीरता से लेते हुए विभाग के कार्यक्रम अधिकारी से लेकर तमाम जिम्मेदार अधिकारियों को फटकार लगाई थी..जिसके बाद विभागीय अमला ग्राम जोकपाठ पहुँचा था..
दरसल शंकरगढ़ ब्लाक के ग्राम जोकपाठ के 3 आंगनबाड़ी केंद्रों के पिछले 6 महीनों से बन्द रहने की खबर फ़टाफ़ट में प्रकाशित हुई थी..जिसपर सेक्टर सुपरवाइजर और ब्लाक परियोजना अधिकारी ने मॉनिटरिंग करने में असमर्थता जताई थी..जिनकी लापरवाही से ग्राम जोकपाठ में लगभग 6 महीने से आंगनबाड़ी केंद्र खुले ही नही थे..यही नही गांव के नौनिहालों को गर्म भोजन समेत रेडी टू इट भी कागजो में ही देना दर्शाया गया था..और खबर प्रकाशन के बाद विभाग में खलबली मची हुई थी..
वही अब जांच पूरी कर वापस लौट चुकी जिला कार्यक्रम अधिकारी ज्योति मिंज लापरवाह आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं पर कार्यवाही करने की बात कह रही है..
बहरहाल विभाग अब जांच के बाद कार्यवाही करने के मूड में है..लेकिन विभागीय अमला अगर मॉनिटरिंग पर ध्यान देता तो शायद यह नौबत नही आती..