मोबाईल का शौक था इसलिये तोड़ा दुकान का ताला

प्रतापपुर नाका मोबाइल शॉप में चोरी का मामला

चार नाबालिग पकड़े गये

अम्बिकापुर

17 मार्च की दरम्यानी रात नगर के प्रतापपुर नाका स्थित अमित मोबाईल दुकान में ताला तोड़कर 15 नग कीमती मोबाईल चोरी किये जाने के मामले में आज गांधीनगर पुलिस व क्राईम ब्रांच सहित साईबर सेल की संयुक्त टीम ने सफलता हासिल कर ली है। मामले में चार नाबालिग को पुलिस ने पकड़ा है। उनके पास से चोरी गये मोबाईल सेट बरामद कर लिये गये हैं। पकड़े गये नाबालिगों का कहना है कि उन्हें मोबाईल का काफी शौक था। इस कारण से उन लोगों ने इस वारदात को अंजाम दिया।

चोरी के इस मामला का खुलासा करते हुये आज गांधीनगर थाने में सीएसपी ने बताया कि 17 मार्च को प्रतापपुर नाका स्थित अमित मोबाईल दुकान में लगभग 90 हजार रूपये के कीमती मोबाईल चोरी हो गये थे। पुलिस अधीक्षक सरगुजा आरएस नायक के निर्देश पर पुलिस टीम बनाकर मामले की जांच कर रही थी। मामले में पुलिस ने बरियों के एक व सुखरी के दो सहित सीतापुर थाना क्षेत्र के ग्राम बनेया निवासी को चोरी गये मोबाईल के कॉल डिटेल के अनुसार पकड़ा। चारों नाबालिगों से पूछताछ करने पर बताया गया कि उनमें से ग्राम बनेया निवासी डीजे में नाचने एवं बजाने का काम करता है। इसी दौरान उसकी मुलाकात अन्य साथियो से हुई थी। साथियों ने यह कहा कि टच मोबाईल हमारे पास रहेगा तो गाने के अभ्यास और अच्छे से हो सकेगा। कीमती मोबाईल की आवश्यकता होने पर सभी 17 मार्च को बरियों में इकट्ठा हुये और मोटरसायकल से अम्बिकापुर पहुंच कर गांधीनगर स्थित मिश्रा होटल में नास्ता करने के बाद चोरी करने के लिये आरी प्लेड खरीदा। रात होने का इंतजार सभी कर रहे थे। रात होने पर चारों ने अमित मोबाईल दुकान का शटर का ताला आरी प्लेड से काटा और अन्दर घुसकर 15 नग मोबाईल व अन्य सामान बैग में रखकर बाहर निकले। चारों मोटररसायकल से वापस बरियों की ओर जाकर मोबाईल का बटवारा किया। बंटवारा करने के बाद सभी अपने-अपने घर चले गये। घटना के प्रकाश में आने पर साईबर सेल के माध्यम से पुलिस ने मोबाईल के लोकेशन का पता लगाया, जिससे नाबालिग पकड़े गये। इस पूरे घटना के खुलासे में साईबर सेल के प्रभारी धर्मनारायण तिवारी की अहम भूमिका रही। इसके साथ ही गांधीनगर थाना प्रभारी पुष्पेंद्र सिंह बघेल, प्रशिक्षु पीडीएसपी घनश्याम कामड़े सहित अंशुल शर्मा, विरेंद्र पैकरा, उप निरीक्षक अखिलेश कुमार वैष्णव, उप निरीक्षक दीपक साहू, सउनि विजय गुप्ता, सउनि बृजकिशोर पांडेय, प्रधान आरक्षक भोला सिंह, आर विकास सिन्हा, क्राईम ब्रांच प्रभारी भूपेश सिंह, आरक्षक राकेश शर्मा, भोजराज पासवान सहित टीम सक्रिय रही।