नई दिल्ली। विराट कोहली ने आईपीएल से शुरू होने से पहले भारतीय फैंस को दो करारे झटके दिए हैं। कोहली ने पिछले हफ्ते पहले वर्कलोड का हवाला देते हुए पहले टी20 वर्ल्ड कप के बाद भारतीय टी20 टीम की कप्तानी छोड़ने का ऐलान किया है। उसके बाद कोहली ने आईपीएल 2021 के बाद रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर (RCB) की भी कप्तानी छोड़ने की घोषणा की। कोहली 2016 से ही टेस्ट, वनडे, टी20 इंटरनेशनल में भारत और आईपीएल में आरसीबी की कप्तानी कर रहे हैं। भारत की कप्तानी करते हुए कोहली टीम को अभी तक एक भी आईसीसी खिताब नहीं दिला पाए जबकि आरसीबी को एक बार भी चैंपियन नहीं बना सके। हालांकि बतौर कप्तान कोहली ने टेस्ट और वनडे क्रिकेट में जबरदस्त बल्लेबाजी की है लेकिन टी20 क्रिकेट में उनका प्रदर्शन गिरा है।
इसके अलावा कोहली पिछले दो सालों से बड़ी पारी खेलने को तरस रहे हैं। इंटरनेशनल क्रिकेट में 70 शतक जड़ चुके कोहली नवंबर 2019 के बाद से ही सेंचुरी नहीं लगा सके है। बल्लेबाजी पर ही ध्यान केंद्रित करने के लिए विराट ने टी20 फार्मेट में कप्तानी छोड़ने की घोषणा की है। कोहली 5 नवंबर को 33 साल के हो जाएंगे और उनके फिटनेस को देखते हुए कहा जा सकता है कि वह अभी 4-5 साल आसानी से क्रिकेट खेल सकते हैं। क्रिकेट में कई बार ऐसा देखा गया है कि अपने लंबे करियर को लंबा खींचने के लिए बल्लेबाज किसी एक फार्मेट को खेलना छोड़ देते हैं। सचिन तेंदुलकर, राहुल द्रविड़, वीवीएस लक्ष्मण, अनिल कुंबले जैसे दिग्गज अपने करियर के आखिरी दिनों में सिर्फ टेस्ट क्रिकेट ही खेलते थे। कोहली भी किसी एक फार्मेट को छोड़ सकते हैं।
दैनिक भास्कर की एक रिपोर्ट के अनुसार, टी20 टीम की कप्तानी छोड़ने के बाद विराट के इस फार्मेट में कम ही खेलने की उम्मीद है। भारतीय टीम टी20 वर्ल्ड कप के बाद शुरू हो रहे घरेलू सीजन में 14 टी20, 4 टेस्ट और 3 वनडे मैच खेलने वाली है। अगले साल भी टी20 वर्ल्ड कप होना है तो ऐसे में सभी टीमें टी20 मैच ही ज्यादा खेल रही है। विराट कोहली आईपीएल में तो जरूर खेलेंगे लेकिन टी20 इंटरनेशनल मैचों से हट सकते हैं। पिछले चार सालों में कोहली ने टी20 इंटरनेशनल क्रिकेट से कई बार ब्रेक भी लिया है जिसमें रोहित शर्मा (19 मैच) ने कप्तानी की है।
विराट कोहली पहले भी टीम इंडिया के बिजी शेड्यूल और वर्कलोड मैनेजमेंट पर सवाल उठा चुके हैं। इन दिनों मैदान पर उतरने से पहले खिलाड़ियों को बायो-बबल में रहना जरूरी होता है। इसका प्रभाव भी खिलाड़ियों के मानसिक स्वास्थ्य पर असर डाल रहा है। अब विराट के पास मौका है कि वह खुद टी20 इंटरनेशनल से अलग होकर अपना वर्कलोड कम कर सकते हैं।