अब व्यापमं परीक्षाओं के लिए आवेदन करते समय भी लगेगा अंगूठे का निशान

भोपाल

प्रोफेशनल एग्जिमीनेशन बोर्ड (व्यापमं) अपनी परीक्षाओं में बड़ा बदलाव करने जा रहा है। भर्ती और प्रवेश परीक्षाओं में फर्जीवाड़े को रोकने अब आवेदन करते समय भी परीक्षार्थियों के अंगूठे का निशान बायोमेट्रिक मशीन से लिया जाएगा। इसके लिए एमपी ऑनलाइन के कियोस्क सेंटर्स को बायोमेट्रिक मशीन उपलब्ध कराई जाएंगी। इससे परीक्षार्थी के अंगूठे के निशान की जांच तीन स्तरों पर होगी। उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।

वे पीईबी की परीक्षाओं में फर्जी तरीके से परीक्षा देने वाले परीक्षार्थियों को पकड़ने वाले शिक्षकों को पुरस्कार देने यहां आए थे। उन्होंने बताया कि इस प्रक्रिया के बाद से केंद्रों पर फर्जी परीक्षार्थी नहीं पहुंच पाएंगे। अगर कोई फर्जी परीक्षार्थी पहुंच भी जाता है, तो उसे परीक्षा कक्ष में प्रवेश के पहले ही पकड़ लिया जाएगा।

परीक्षा परिणाम जारी होने के बाद परीक्षार्थियों की आंसर शीट को भी व्यापमं अपलोड करेगा, जिसे परीक्षार्थी अपने रोल नंबर के जरिए डाउनलोड कर सकेंगे। अभी पीईबी की परीक्षाओं में दो स्तर पर बायोमेट्रिक मशीन का उपयोग होता है। इसमें एक बार परीक्षा हॉल में और दूसरी बार संबंधित विभाग में नियुक्ति या प्रवेश के समय अंगूठे का निशान लिया जाता था और पहले वाले बायोमैट्रिक से उसका मिलान किया जाता था।

परीक्षा केंद्र के बाहर लगेगी बड़ी स्क्रीन

परीक्षार्थियों पर निगरानी रखने व्यापमं परीक्षा केंद्र के अंदर और बाहर बड़ी स्क्रीन भी लगाएगा। इसमें बारी-बारी से हर एक परीक्षार्थी का मूवमेंट दिखेगा। उच्च शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने व्यापमं अधिकारियों को यह सुझाव दिया था। इसके बाद व्यापमं की अध्यक्ष अस्र्णा शर्मा ने स्क्रीन लगाने की सहमति दे दी।

सरकारी कॉलेजों में लगेंगे व्यापमं के कंप्यूटर

ऑनलाइन परीक्षा के केंद्र बढ़ाने के लिए व्यापमं को सरकारी कॉलेजों के हॉल उपलब्ध कराए जाएंगे। इनमें व्यापमं अपने कंप्यूटर लगाएगा। इनका उपयोग परीक्षा के समय व्यापमं करेगा और अन्य दिनों में उनका उपयोग संबंधित कॉलेज के परीक्षार्थी करेंगे। इससे व्यापमं एक दिन में एक लाख विद्यार्थियों की परीक्षा भी आसानी से करा सकेगा। अभी व्यापमं के पास एक दिन में 30 हजार विद्यार्थियों की ऑनलाइन परीक्षा कराने की क्षमता है।

रोजगार सहायक देंगे कम्प्यूटर की ट्रेनिंग

बोर्ड की अध्यक्ष अरुणा शर्मा ने कहा कि गांव में कक्षा 7 में पढ़ने वाले बच्चांे से लेकर 25 वर्ष तक के व्यक्ति को पंचायत में उपलब्ध कम्प्यूटर पर ग्रामीण रोजगार सहायक द्वारा ट्रेनिंग दी जाएगी। इससे ग्रामीण बच्चों को ऑनलाइन परीक्षा देने में कठिनाई नहीं होगी।

6 शिक्षकों को मिला पुरस्कार

फर्जी तरीके से परीक्षा दे रहे अभ्यर्थियों को पकड़ने वाले 6 शिक्षक (वीक्षक) को उमाशंकर गुप्ता ने सम्मानित किया। वनरक्षक भर्ती परीक्षा-2015 में परीक्षा केन्द्र शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय सतना में फर्जी परीक्षार्थी को पकड़वाने वाले सुशील पांडे, रहमत अली और दीपक चौरसिया को 50-50 हजार रुपए का चेक और प्रशस्ति-पत्र दिया गया।

वन रक्षक भर्ती परीक्षा-2015 में ही परीक्षा केंद्र एलएनसीटी में फर्जी परीक्षार्थी को पकड़ने वाले अंशुल सरावगी तथा प्रशांत पांडे को 50-50 हजार रुपए और जेल प्रहरी भर्ती परीक्षा-2015 में राम इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस एंड टेक्नालॉजी जबलपुर में फर्जी परीक्षार्थी को पकड़ने वाले वीक्षक सुनील रक्षित को एक लाख रुपए की सम्मान राशि का चेक और प्रशस्ति-पत्र दिया गया।