जानिए : दुनिया के सात अजूबो की खासियत

[highlight color=”black”]नई दिल्ली[/highlight]

दुनिया के सात अजूबों में क्या है खास ….   नहीं जानते है तो आईए जाने

[highlight color=”red”]क्राइस्ट द रिडीमर (Christ the Redeemer)[/highlight]

जीसस  क्राइस्ट का यह स्टैच्यू ‘ क्राइस्ट द रिडीमर ‘ ब्राजील में रियो-डि-जनेरो के कार्कोवैडो पर्वत की चोटी पर स्थित है। यह स्टाच्यू 32 मी. ऊंचा है और इसका वजन 700 टन है। इसका निर्माण 1922 से 1931 के बीच हुआ. यह बहुत ही नवीन है. रात के समय इसका नजारा अद्वितीय होता है ।

[highlight color=”red”]चीन की दीवार (Great Wall of China)[/highlight]

यह दीवार 5वीं सदी ईसा पूर्व में बननी चालू हुई थी और 16 वीं सदी तक बनती रही. यह चीन की उत्तरी सीमा पर बनाई गयी थी. यह संसार की सबसे लम्बी मानव निर्मित रचना है जो लगभग4000 मील (6,400 किलोमीटर) तक फैली है. इसकी ऊंचाई 35 फुट है जो इसे सुरक्षा देती है ।

[highlight color=”red”]जार्डन का ‘पेट्रा’ (Petra)[/highlight]

ऐतिहासिक शहर पेट्रा यहां तरह तरह की इमारतें है जो लाल बलुआ पत्थर से बनी हैं और सब पर बेहतरीन नक्काशी की गई है. इसमें138 फुट ऊंचा मंदिर, नहरें, पानी के तालाब तथा खुला स्टेडियम है. ‘पेट्रा’ जॉर्डन के लिए विशेष महत्व रखता है ।

[highlight color=”red”]ताजमहल (Tajmahal)[/highlight]

भारत के मुगल बादशाह शाहजहां ने अपनी बेगम मुमताज महल की याद में ताजमहल बनवाया था. यह 1632 में बना और 15 साल में पूरा हुआ. यह खूबसूरत गुंबदों वाला महल चारों तरफ बगीचों से घिरा है. मुगल शिल्पकला का यह सबसे बढ़िया उदाहरण माना जाता है ।

[highlight color=”red”]रोम का कॉलोसियम (Colosseum of Rome)[/highlight]

यह एक विशाल खेल स्टेडियम है. जिसे लगभग 70 सदी में सम्राट वेस्पेसियन (Vespasian) ने बनाना चालू किया था. इसमें 50,000 तक लोग इकट्‌ठे होकर जंगली जानवरों और गुलामों की खूनी लड़ाइयों के खेल देखते थे. इस स्टेडियम में सांस्कृतिक कार्यक्रम भी होते थे. इस स्टेडियम की नकल करना आज तक नामुमकिन है ।

[highlight color=”red”]माचू पिच्चू (Machu Picchu)[/highlight]

15वीं शताब्दी में सतह से 2430 मीटर ऊपर यानि एक पहाड़ी के ऊपर बने एक शहर में रहना और उस शहर को बनाना अपने आप में अजूबा ही है. दक्षिण अमरीका में एंडीज पर्वतों के बीच बसा ‘माचू पिच्चू शहर’ पुरानी इंका सभ्यता का सबसे बड़ा उदाहरण है. माना जाता है कि कभी यह नगरी संपन्न थी पर स्पेन के आक्रमणकारी अपने साथ चेचक जैसी बीमारी यहां ले आए जिससे यह शहर पूरी तरह तबाह हो गया ।

[highlight color=”red”]चिचेन इत्जा (Chichen Itza)[/highlight]

मेक्सिको में बसी चिचेन इत्जा नामक यह इमारत दुनिया में माया सभ्यता के गौरवपूर्ण काल की गाथा गाती है. शहर के बीचोबीच कुकुलकन का मंदिर है जो 79 फीट की ऊंचाई तक बना है. इसकी चार दिशाओं में 91सीढ़ियां हैं. प्रत्येक सीढ़ी साल के एक दिन का प्रतीक है और 365 वां दिन ऊपर बना चबूतरा है।