असम. कारबी आंगलोंग जिले में जादू-टोना करने के संदेह में एक महिला सहित दो लोगों की भीड़ ने पीट-पीटकर हत्या कर दी और फिर उनके शवों के सिर काट उन्हें आग के हवाले कर दिया.
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि गुस्साई भीड़ ने दोनों पर ‘काला जादू’ करने का आरोप लगाया था, जिससे उनके अनुसार डोकमोका थाना क्षेत्र के रोहिमापुर गांव में एक किशोरी की मौत हो गई थी. जिला पुलिस अधीक्षक देबजीत देउरी ने बताया कि घटना गुरुवार को कुछ स्थानीय लोगों के शिकायत करने के बाद सामने आई. इस मामले में अभी तक नौ लोगों को गिरफ्तार किया गया है.
ऐसा कहा जा रहा है कि रोहिमापुर गांव में 29 सितम्बर को मौत से एक दिन पहले किशोरी रश्मि गौर ने गांव के दो लोगों का नाम लिया था और दावा किया था कि उनके ‘काला जादू’ करने की वजह से वह बीमार पड़ गई. गौर की मौत के तीसरे दिन एक अन्य लड़की ने गांव के मुखिया के घर उन्हीं दोनों पर उस पर ‘काला जादू’ करने और इस वजह से उसके बीमार पड़ने का दावा किया था.
देउरी ने कहा, ‘गांववालों ने इसके बाद रामवती और बीजॉय गौर की पीट-पीटकर हत्या कर दी और उनके शव पास ही एक पहाड़ी पर ले गए. वहां उन्होंने रश्मि गौर के अंत्येष्टि स्थल के पास उनके सिर काट उन्हें आग के हवाले कर दिया.’
उन्होंने बताया कि वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों और कार्यकारी मजिस्ट्रेट जिंटू बोरा ने घटना स्थल का दौरा किया और मिट्टी के नमूनों के अलावा चिता से अवशेष एकत्र किए. अधिकारी ने बताया कि मामला दर्ज कर लिया गया है और दो महिलाओं सहित नौ लोगों को गिरफ्तार किया गया है. हथियार भी जब्त किए गए हैं. उन्होंने बताया कि बाकि आरोपियों की तलाश जारी है.