बिलासपुर. मेडिकल कॉलेज बिलासपुर में एक अनजान लेटर ने इन दिनों खलबली मचा दी है. छत्तीसगढ़ इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेस के तहत 180 सीटों वाले इस मेडिकल कॉलेज में एक गुमनाम पत्र मिला है. इसके बाद से ही कॉलेज प्रबंधन के साथ विद्यार्थियों में भी बेचैनी बढ़ गई है. कॉलेज के हॉस्टल में जूनियर स्टूडेंट से रैगिंग को लेकर इस पत्र में शिकायत की गई है. इस शिकायत की जांच भी की जा रही है. साथ ही इसको लेकर कॉलेज प्रबंधन, प्रशासन और अभिभावकों की एक बैठक भी बुलाई गई है.
बिलासपुर के सिम्स में रैगिंग की शिकायत को लेकर एक लेटर के मिलने से सिम्स प्रबंधन में हलचल मच गयी है. लेटर में बताया गया है कि हॉस्टल में एमबीबीएस फस्ट ईयर के 180 विद्यार्थी लगातार रैगिंग के शिकार से खौफ में हैं. गुमनाम शिकायत के बाद सिम्स प्रबंधन ने जांच शुरू कर दी है. प्रबंधन ने 11 सितम्बर को एंटी रैगिंग कमेटी की बैठक बुलाई है. बैठक में जूनियर-सीनियर छात्र, कलेक्टर, एसपी सहित जूनियर छात्रों के पालकों को भी बुलाया गया है. इस बैठक मे छात्रों से पूछताछ की जाएगी और रैगिंग करने वाले विद्यार्थियों की पहचान कर कार्यवाही की जा सकती है.
बता दे की इस वर्ष सिम्स में एमबीबीएस फस्ट ईयर के 180 सीटों मे प्रवेश दिया है. सेशन की शुरुआत में ही सभी जूनियर छात्रों को सिर के बाल छोटे कराने, कतार बद्ध तरीके से सिर झुकाकर चलने पड़े थे. जिससे जूनियर छात्र-छात्राए काफी खौफ में हैं. हालांकि इस मामले मे प्रबंधन ने रैगिंग से इंकार करते हुए गुमनाम लेटर की जांच शुरू कर दी है. सिम्स की एमएस आरती पांडेय के मुताबिक अगर जांच में वास्तविकता पाई जाती हैं तो कसूरवार छात्रों पर एफआईआर कर निलंबन की कार्रवाई की जाएगी.