Cyclone Biparjoy: तेजी से बढ़ रहा है चक्रवाती तूफान बिपरजॉय, 11 से 14 जून तक देश के इन राज्यों में भारी बारिश का अलर्ट

नई दिल्ली। चक्रवाती तूफान बिपरजॉय तेजी से बढ़ रहा है। आईएमडी ने भविष्यवाणी की कि 10 जून को सौराष्ट्र और कच्छ तटों पर हवा की गति 35-45 किमी प्रति घंटे होगी जिसके 55 किमी प्रति घंटे की रफ्तार तक पहुंचने की संभावना है। अगले दिन 11 जून को इसके और तेज होकर 40-50 किमी प्रति घंटे रहने और 60 किमी प्रति घंटे तक बढ़ने की संभावना है। हवा की रफ्तार 12 जून को 45-55 किमी प्रति घंटे होगी जो 65 किमी प्रति घंटे तक बढ़ सकती है। अगले दो दिन 13 और 14 जून को 50-60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलेगी जो 70 किमी प्रति घंटे तक पहुंच सकती है।

मौसम विभाग ने कहा है कि समुद्र की स्थिति 10 जून को खराब रहने की संभावना है और 11 से 14 जून के दौरान खराब से बहुत खराब होने की संभावना है। विभाग ने गुजरात, महाराष्ट्र, केरल, गोवा सहित कई राज्यों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है।

अगले 24 घंटे में चक्रवाती तूफान के तेज होने की चेतावनी

भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने शनिवार को कहा कि ‘बेहद गंभीर’ चक्रवाती तूफान बिपरजॉय के अगले चौबीस घंटों में और तेज होने की उम्मीद है और यह उत्तर-उत्तरपूर्व की ओर बढ़ेगा। आईएमडी ने एक ट्वीट में कहा, “पूर्व-मध्य अरब सागर पर बहुत गंभीर चक्रवाती तूफान बिपरजोय। अगले 24 घंटों के दौरान उत्तर-उत्तर-पूर्व की ओर बढ़ने की संभावना है।”

चक्रवात बिपरजोय के कारण, अरब सागर तट पर वलसाड में तीथल बीच पर ऊंची लहरें देखी गई हैं। एहतियात के तौर पर तीथल बीच को 14 जून तक पर्यटकों के लिए बंद कर दिया गया है।

मछुआरों को समुद्र में नहीं जाने की दी गई सलाह

वलसाड के तहसीलदार टीसी पटेल ने बताया कि, “हमने मछुआरों को समुद्र में नहीं जाने के लिए कहा और वे सभी वापस आ गए हैं। लोगों को जरूरत पड़ने पर समुद्र के किनारे स्थित गांव में स्थानांतरित कर दिया जाएगा। उनके लिए आश्रय बनाए गए हैं। हमने 14 जून तक पर्यटकों के लिए तिथल बीच को बंद कर दिया है।”

इससे पहले, अगले 36 घंटों में चक्रवात बिपारजॉय के तेज होने के पूर्वानुमान के साथ, मौसम विभाग ने मछुआरों को भी सलाह दी है कि वे केरल, कर्नाटक और लक्षद्वीप के तट से दूर समुद्र में न जाएं। केरल के जिन जिलों में शुक्रवार को येलो अलर्ट जारी किया गया है, वे हैं तिरुवनंतपुरम, कोल्लम, पठानमथिट्टा, अलाप्पुझा, कोट्टायम, इडुक्की, कोझिकोड और कन्नूर।