ब्रिटेन में एक बार फिर से कोरोना वायरस विस्फोटक रूप देखने को मिला है। सोमवार को ब्रिटेन में कोरोना वायरस के 91,743 केस सामने आए हैं, जबकि संक्रमण की पुष्टि होने के 28 दिनों के भीतर 44 लोगों की मौत हुई है। इसके अलावा कोरोना वायरस के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन के 8044 नए केस मिले हैं। देश में कोरोना के मामलों में बढ़ोतरी के बाद एक बार फिर से लॉकडाउन की चर्चा शुरू हो गई है।
यह पूछने पर कि क्या लॉकडाउन लगाया जा सकता है ब्रिटेन के उपप्रधानमंत्री डोमिनिक राब ने कहा, ”मैं पक्का-पक्का कोई वादा नहीं कर सकता। उन्होंने कहा, ”मुझे लगता है कि टीकाकरण के कारण पिछले साल के मुकाबले इस साल क्रिसमस बेहतर होगा… खास तौर से टीकाकरण के स्तर और बूस्टर अभियान के कारण। लोगों को खास ख्याल रखना चाहिए।’
ब्रिटेन में किए गए एक अध्ययन के अनुसार, इस बारे में ‘कोई सबूत नहीं’ है कि कोरोना वायरस का ओमिक्रॉन वैरिएंट, डेल्टा वैरिएंट की तुलना में कम भयावह है। इस अध्ययन में यह भी पाया गया कि नया स्वरूप (ओमिक्रॉन) पिछले संक्रमण या टीके की दोनों खुराकों से मिली प्रतिरक्षा को बड़े पैमाने पर चकमा देता है।
उन्होंने कहा, ‘हालांकि, अस्पताल में भर्ती होने संबंधी आंकड़े इस वक्त बहुत कम हैं।’ अध्ययन में इंग्लैंड में सभी पीसीआर जांच से पुष्टि किए गए सार्स-कोवी-2 के सभी मामलों के डेटा का उपयोग किया गया, जिनकी 29 नवंबर और 11 दिसंबर, 2021 के बीच कोविड-19 की जांच की गई थी।