छत्तीसगढ़ की दहलीज पर श्रमिकों ने रखे कदम…जेहन में वर्षों तक इस यात्रा की रहेंगी यादें…चेहरों पर छलकी खुशी और राहत की मुस्कान!

• राजनांदगांव जिले के 268 श्रमिक एवं कबीरधाम जिले के 108 श्रमिक पहुंचे

राजनांदगांव. छत्तीसगढ़ की दहलीज पर कदम रखते ही श्रमिकों के चेहरे पर सुकून और खुशी थी. रेल्वे स्टेशन में रेल के डिब्बों से बारी-बारी से उतरते हुए श्रमिकों के लिए आज का यह दिन अविस्मरणीय बन गया है. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की कोशिश का यह सुखद परिणाम था..कि हैदराबाद में कोविड-19 के कारण लॉकडाउन में फंसे हुए श्रमिकों की आज सुबह लिंगमपल्ली (हैदराबाद) श्रमिक स्पेशल ट्रेन से राजनांदगांव सकुशल वापसी संभव हो सकी.

हैदराबाद रोजी-मजदूरी के लिए गए खेमलाल ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को शुक्रिया कहा. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने ऐसे कठिन परिस्थितियों में हमारी समस्या को दिल से महसूस कर हमें सही समय पर बुला लिया. जेहन में इस यात्रा की यादें वर्षों तक बनी रहेंगी. हैदराबाद से सपरिवार आए बिटावन एवं मुकेश यादव ने कहा कि यहां सुरक्षित पहुंचकर बहुत अच्छा लग रहा है और अब हम अपने घर डोंगरगढ़ विकासखंड के मुडिय़ा मोहारा चले जाएंगे.

जहां हमारा परिवार इंतजार कर रहा है. हैदराबाद से आए पंचराम एवं उनकी पत्नी अमीरन काफी प्रसन्न दिखाई दे रहे थे. उन्होंने कहा कि लॉकडाउन में हम फंस गए थे..और वापस अपने घर आना चाहते थे. ऐसे समय में जब इस श्रमिक स्पेशल ट्रेन की सूचना मिली तो मन को राहत मिली. कबीरधाम के श्रमिक प्रेमलाल साहू एवं उनकी पत्नी सुखमती साहू ने मुख्यमंत्री का घर वापसी के लिए हृदय से धन्यवाद दिया. राजनांदगांव जिले के 268 श्रमिक एवं कबीरधाम जिले के 108 श्रमिक पहुंचे. राजनांदगांव एवं कबीरधाम जिले के श्रमिकों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया.

राजनांदगांव के श्रमिकों को रेल्वे स्टेशन से रैन बसेरा बस से लाया गया और वहां स्वास्थ्य परीक्षण किया गया. कबीरधाम जिले के श्रमिकों का स्वास्थ्य परीक्षण रेल्वे स्टेशन में ही किया गया..और उन्हें कबीरधाम के लिए बस से रवाना किया गया.

इस अवसर पर अपर कलेक्टर ओंकार यदु, एसडीएम राजनांदगांव मुकेश रावटे, जिला प्रशासन के अधिकारी-कर्मचारी, स्वास्थ्य विभाग की टीम, पुलिस विभाग एवं रेल्वे पुलिस बल के अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे.