अम्बिकापुर : धान समिति केंद्रों के प्रबंधकों पर लगे भ्रष्टाचार के कई मामले आपने देखे और सुने होंगे। लेकिन लखनपुर ब्लॉक के कुन्नी धान समिति प्रबंधक का एक ऐसा कारनामा सामने आया है जिसके उजागर होने के बाद कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने कोतवाली थाने में उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की है।
दरअसल सरगुजा जिले के लखनपुर ब्लॉक स्थित कुन्नी धान समिति केंद्र के प्रबंधक का एक ऐसा कारनामा सामने आया है जिसे सुनकर आप भी हैरान हो जाएंगे। भ्रष्टाचार के आरोप में निलंबित किया गया समिति प्रबंधक राजीव कुमार वर्मा का कारनामा नटवरलाल के कारनामे से कम नहीं है। दरअसल समिति प्रबंधक को भ्रष्टाचार के मामले में निलंबित कर दिया गया था। इस मामले की जांच तीन सदस्य टीम के द्वारा की जा रही थी।
इसी बीच भ्रष्टाचार के आरोप में फंसे धान समिति प्रबंधक राजीव कुमार वर्मा ने आदिम जाति तथा अनुसूचित जाति विभाग एवं स्कूल शिक्षा मंत्री प्रेमसाय सिंह टेकाम के नाम का एक फर्जी लेटर पैड बनवाया। इसके बाद समिति प्रबंधन ने फर्जी हस्ताक्षर एवं सील लगाकर जिला सहकारी केंद्रीय बैंक उप पंजीयक को एक पत्र प्रेषित कर दिया। जिसमें लिखा गया था कि राजीव कुमार वर्मा सहकारी समिति प्रबंधन के ऊपर लगाए गए आरोपों का त्वरित निराकरण कर उन्हें वापस कुन्नी सहकारी समिति का पदभार ग्रहण किया जाए।
लेटर पैड भी ऐसा की अधिकारी धोखा खा गए और भ्रष्टाचार के आरोप में निलंबित राजीव कुमार वर्मा को पुनः कुन्ना धान ख़रीदी केंद्र का प्रभारी बना दिया गया। जब इस मामले का खुलासा आरटीआई के जरिए हुआ तो कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने कोतवाली थाना प्रभारी को ज्ञापन सौंपकर राजीव कुमार वर्मा के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की है।
शिकायतकर्ता कांग्रेस नेता व विधायक प्रतिनिधि शैलेन्द्र प्रताप सिंह ने बताया की लखनपुर ब्लॉक के कुंन्नी सहकारी समिति के पूर्व प्रबंधक राजीव वर्मा को भ्रष्टाचार के आरोप के बाद हटा दिया गया है। जिनके खिलाफ तीन सदस्यीय जांच कमेटी बैठाई गयी है। वहीं पूर्व प्रबंधक द्वारा सहकारी मंत्री डॉ प्रेमसाय सिंह की तरफ से फ़र्ज़ी जॉइनिंग लेटर उप पंजीयक को सौंपा गया है। जो फ़र्ज़ी है।
कांग्रेस नेताओं ने इस उक्त समिति प्रबंधक की शिकायत अम्बिकापुर कोतवाली थाना में दर्ज करायी है। इसपर पुलिस ने राजीव वर्मा के ख़िलाफ़ धारा 419, 420, 467, 468 व 471 के तहत मामला दर्ज कर विवेचना में लिया है।