सूरजपुर पुलिस ने चोरी के सामन के साथ 4 को किया गिरफ्तार..!

सूरजपुर

सूरजपुर पुलिस ने 4 चोरों को गिरफ्तार कर सोना, चांदी के जेवरात व अन्य सामग्री कीमती ढ़ाई लाख को बरामद किया। थाना विश्रामपुर स्थित 2-ए कालोनी में गत् 15 जुलाई की रात में रामस्वरूप असाटी के मकान में अज्ञात चोर द्वारा चोरी कर मारपीट कर सोने, चांदी के आभूषण नगदी पैसा की चोरी कर भाग गये थे प्रार्थी की रिपोर्ट पर थाना विश्रामपुर में अपराध क्रमांक 166/16 धारा 458, 380 भादवि का अपराध पंजीबद्व किया गया था जिसमें 2 लाख 74 हजार 5 सौ रू. की चोरी हुई थी। पुलिस अधीक्षक सूरजपुर आर.पी.साय के निर्देशन में थाना विश्रामपुर, क्राईम ब्रांच सूरजपुर, एफएसएल टीम अम्बिकापुर, फिंगर एक्सपर्ट, डाॅग स्क्वाड सूरजपुर को मौके में पहुंचकर जांच करने हेतु निर्देशित किया गया।

उक्त प्रकरण की गंभीरता को देखते हुये पुलिस महानिरीक्षक सरगुजा रेंज हिमांषु गुप्ता के मार्गदर्शन में पुलिस अधीक्षक सूरजपुर आर.पी.साय के निर्देशन में एडिशनल एसपी एस.आर.भगत व सीएसपी डी.के.सिंह के नेतृत्व में टीम गठित गठित किया गया जिसमें प्रशिक्षु डीएसपी संदीप मित्तल, निधि सोम, नवनीत कौर छाबड़ा, थाना प्रभारी अनूप एक्का, क्राईम ब्रांच प्रभारी सी.पी. तिवारी मय टीम को माल मुलजिम की पतासाजी हेतु लगाया गया। माल मुलजिम की पतासाजी हेतु संदेहियों की पता तलाष एवं पूछताछ किया गया।

चोरी की पतासाजी के दौरान पुराने चोरी के मामलों के स्थाई वारंटियों एवं गिरफ्तारी वारंटी की धडपकड़ कर पूछताछ के दौरान थाना विश्रामपुर क्षेत्र में ही घटित हुये मोटर सायकल लूट के प्रकरण का खुलासा हुआ। आसपास क्षेत्र के सम्पत्ति संबंधी अपराध घटित करने वाले दिगर प्रान्त व जिले के आरोपी जिनका स्थाई व गिरफ्तारी वारंट था जिनका तामीली भी किया गया। किन्तु 2ए कालोनी में हुये चोरी के प्रकरण का खुलासा नहीं हो पाया था। इस मामले में आरोपियों की पतासाजी न हो पाने के कारण प्रकरण में कुछ दिनों के लिये शिथिलता बरतते हुये संदेहियों के पीछे गुप्त रूप से निगाह रखने हेतु एसपी श्री साय के द्वारा निर्देशित किया गया था।
चोरी के उक्त प्रकरण का खुलासा न होने के कारण पुलिस अधीक्षक सूरजपुर आर.पी.साय के द्वारा उक्त मामले के माल मुलजिम की पतासाजी हेतु मार्गदर्षन एवं निर्देष क्र्राईम ब्रांच सूरजपुर व थाना विश्रामपुर को लगातार एडिशनल एसपी एसआर भगत, सी.एस.पी. डी.के.सिंह के नेतृत्व में बारीकी से जांच पता तलाष करने हेतु पुनः निर्देशित किया गया।
उक्त प्रकरण के पतासाजी के दौरान मुखबीर द्वारा सूचना मिली की कुछ लड़के मनेन्द्रगढ़ जिला कोरिया में संजय पार्क में नषा करते समय सूरजपुर से चोरी से मिले पैसा अब खत्म हो गया है। कुछ काम किया जाये आपस में बात कर रहे थे जो सूचना मुखबीर द्वारा क्राईम ब्रांच प्रभारी सी.पी. तिवारी को मिली, उक्त सूचना को एसपी सूरजपुर श्री साय को बताया गया जो मुखबीर से प्राप्त सूचना को तस्दीक करने हेतु क्राईम ब्रांच व साईबर सेल को निर्देशित किये।
उक्त लोगों के संबंध में जानकारी प्राप्त कर साईबर सेल के द्वारा नई ट्रैक्नोलाॅजी के माध्यम से और जानकारी हासिल की गई। उक्त जानकारी को एसपी श्री साय को बताया गया तथा इस बात की संदेह होने पर कि 2ए कालोनी में हुये चोरी के पीछे इन्हीं का हाथ है। इस जानकारी से एसपी श्री साय ने आईजी सरगुजा हिमांशु गुप्ता को अवगत कराया गया जो उनके मार्गदर्शन व एसपी श्री साय के निर्देशन में क्राईम ब्रांच व थाना विश्रामपुर की पुलिस टीम को संदेहियों की धरपकड़ हेतु लगाया गया। उक्त टीम के द्वारा थाना मनेन्द्रगढ़ की पुलिस के सहयोग लेकर 4 संदेहियों को मनेन्द्रगढ व थाना जनकपुर से धरपकड़ कर विश्रामपुर लाया गया। बारीकी से पूछताछ करने पर संदेहियों के द्वारा बताया गया कि गत् 15 जुलाई को चारों लोग मनेन्द्रगढ से विश्रामपुर आने का योजना बनाये थे। सूरज सोनी, दीपक सोनी, अनिल यादव, गज्जू केशरवानी चारों लोग डिस्कवर मोटर सायकल से विश्रामपुर आना, बस स्टैण्ड विश्रामपुर में मिलकर चोरी करने के लिये योजना बनाये। दीपक सोनी चाय के दूकान में रूक गया और सूरज सोनी, अनिल यादव व गज्जू केशरवानी डिस्कवर मोटर सायकल एसईसीएल काॅलोनी आफिसर काॅलोनी शाम करीब 6 बजे जाकर पूरे काॅलोनी में घुम-घुम कर निशानदेही करते हुये क्वार्टर नंबर 2ए/90 को निशाना बनाये चॅूकि उस समय असाटी की पत्नी ताला बंद कर घुमने गई थी। इसके उपरान्त यह लोग बस स्टैण्ड विश्रामपुर आ गये होटल में चाय नास्ता किये और 15 जुलाई की रात्रि करीब 10 बजे सूरज सोनी अपने मोटर सायकल डिस्कवर से अनिल यादव, गज्जू केशरवानी दोनों को मोटर सायकल स ेले जाकर चर्च के पास छोडकर अपना मोबाईल अनिल यादव को देकर वापस आ गया
बस स्टैण्ड आकर सूरज सोनी, दीपक सोनी को लेकर सूरजपुर अपने रिश्तेदार के यहां रात में जाकर रूके, रात करीब 12.30 बजे अनिल यादव, गज्जू केशरवानी असाटी के क्वाटर 2ए काॅलोनी क्वाटर नंबर 2ए/90 के पास जाकर देखे कि गेट में लोहे के एंगल व घर के दरवाजा में भी ताला बंद था, झूला में पेपर रखा था सभी ताला लगा देखने के बाद बाउन्ड्री से कूदकर अंदर जाकर साथ में लाये लोहे के राड और चाकू से ताला को तोडे़, घर के अंदर घुसकर आलमारी से सोने चांदी के जेवर, नगदी पैसा को चोरी कर बैग में रखकर निकलने वाले थे कि अचानक रामस्वरूप असाटी की पत्नी सामने आ गई जो अनिल यादव, गज्जू केशरवानी दोनों महिला के देखकर भयभीत होकर भांगने लगे, असाटी की पत्नी के द्वारा अनिल यादव को पकड़कर मारने लगी और मुंह में बांधे हुये रूमाल को खींच ली हाथ मुक्का से मारने पर अनिल यादव को पकड़ ली थी जो नहीं निकल पाने पर धक्का देकर गिरा कर घर से भागा, दोनों आरोपी अपना चप्पल छोडकर क्वाटर से बैग लेकर भागते हुये रात्रि करीब 03 बजे रेड़ नदी के पास पहुंचे जो योजना के अनुसार दीपक, सूरज सोनी मोटर सायकल लेकर आये और चारों चोरी का माल लेकर मोटर सायकल से मनेन्द्रगढ़ भाग गये रास्ते में डुमरिया थाना पटना जिला कोरिया के पास एकांत में पुलिया के पास चुराये हुये माल को देखे और चारों मनेन्द्रगढ जिला कोरिया में जाकर आपस में बटवारा किये।

प्रकरण के आरोपी क्रमशः (1) अनिल यादव पिता देवकी नंदन यादव उम्र 28 साल निवासी ग्राम वरासी थाना जनकपुर जिला कोरिया (2) गज्जू केशरवानी पिता रमेश प्रसाद केशरवानी उम्र 25 साल निवासी चैनपुर मनेन्द्रगढ़ जिला कोरिया (3) दीपक सोनी पिता लक्ष्मण सोनी उम्र 32 साल निवासी वार्ड क्रमांक 09 मनेन्द्रगढ, जिला कोरिया (4) सूरज सोनी उर्फ विक्की सोनी पिता रामजी सोनी उम्र 26 साल निवासी वार्ड नं0 09 मनेन्द्रगढ जिला कोरिया के पास से 01 सोने का बना बड़ा मंगल सूत्र, 02 नग सोने के अंगूठी, 01 नग सोने की नाक के फुल्ली, 02 जोड़ चांदी का पायल, 05 नग चांदी की बिछिया, 02 बडे़ चांदी के सिक्के, 03 छोटे चांदी के सिक्के, 05 नग विक्टोरिया चांदी के सिक्के व चोरी किये गये पैसे से खरीदी गई 01 नग बजाज पल्सर मोटर सायकल, 01 नग सेमसंग कंपनी का बडा मोबाईल, 01 नग घड़ी एवं चोरी के घटना में उपयोग की गई डिस्कवर मोटर सायकल तथा 02 नग मोबाईल जिसका वारदात के दौरान उपयोग किया गया था जिसे जप्त कर बरामद किया गया। उक्त प्रकरण में कुल करीब 2 लाख 50 हजार रू. का मशरूका जप्त करने में में पुलिस को सफलता मिली है। दीपक सोनी इस चोरी के प्रकरण का मास्टर माइन्ड है।
उक्त प्रकरण के खुलासा में एडिषनल एसपी एसआर भगत, सीएसपी डी.के. सिंह के नेतृत्व में प्रशिक्षु डीएसपी संदीप मित्तल, निधि सोम, नवनीत कौर छाबड़ा, निरीक्षक अनूप एक्का, क्राईम ब्रांच प्रभारी सी.पी. तिवारी, थाना प्रभारी विश्रामपुर सुनील तिवारी, एएसआई प्रमोद पाण्डेय, प्रधान आरक्षक तालिब सेक, अदीप प्रताप सिंह, बिसुनदेव पैकरा, रामनिवास तिवारी, आरक्षक दिलीप सिंह, हरेन्द्र सिंह, अखिलेश पाण्डेय, इस्ताख खान, महिपाल सिंह, महेन्द्र प्रताप सिंह, जयप्रकाश तिवारी, सत्येन्द्र दुबे, ललन सिंह, सीताराम पैकरा, संतोष सोनी, राजकुमार सैन, राहुल गुप्ता, ताराचंद यादव व अन्य स्टाप सक्रिय रहे। आमजन गणमान्य व्यक्तियों द्वारा उक्त प्रकरण का खुलासा होने पर खुशी के साथ प्रसन्नसा व्यक्त किये है।