अम्बिकापुर। मानव अधिकार के क्षेत्र में हस्तक्षेपरत नंगे पांव सत्याग्रह ने सरगुजा रेंज के पुलिस महानिरीक्षक अजय यादव को ज्ञापन सौंपकर पूर्व नक्सलियों का पुलिस उत्पीड़न बंद कराए जाने की मांग की है।
नंगे पांव सत्याग्रह ने आईजी को सौंपे ज्ञापन में बताया है कि 24 जनवरी को सुबह चार बजे ढोढ़ाकेसरा निवासी पूर्व नक्सली प्रवीण खेस को उनके घर से बलरामपुर पुलिस द्वारा बिना किसी वारंट के उठा लिया गया है। 24 व 25 जनवरी को प्रवीण की पत्नी सुनैना देवी द्वारा बलरामपुर थाने जाकर संपर्क किए जाने पर पुलिस ने उनके पति के बारे में किसी प्रकार की कोई जानकारी नहीं दी। प्रवीण को उनके घर से उठाते समय बलरामपुर जिले के पुलिस अधिकारी ने प्रवीण की पत्नी सुनैना को अपना मोबाइल नंबर 9669184683 दिया था, लेकिन उन्होंने सुनैना देवी के नंबर को ब्लैकलिस्ट में डाल दिया है। ढोढ़ाकेसरा लखनपुर थाने के सुदूर अंचल में है, जो कि बलरामपुर जिले से लंबी दूरी पर है।
प्रवीण खेस वर्ष 2010 में जेल दाखिल हुए और वर्ष 2018 में छूटे, उन्हें फिर मार्च 2021 में बलरामपुर पुलिस द्वारा जेल दाखिल कराया गया। फिर वे सितंबर 2021 में जेल से छूटे। श्री खेस 2018 के बाद आम नागरिक का जीवन जी रहे हैं, वे अपने गांव में कृषि कार्य में लगे हैं। लेकिन बलरामपुर पुलिस किसी भी घटना में उन्हें उनके घर से उठाकर जेल दाखिल करने का सिलसिला जारी रखे हुए है।