SP के आदेश को लेकर NGO कर रहा खुलेआम वसूली..ट्रको मे रिफ्लेक्टर रेडियम के नाम पर मची लूट..!

मामला चंदौरा थाना और पोडी मोड के बीच का

सूरजपुर 

अक्सर आरटीओ विभाग के गुर्गो द्वारा  संभाग मे कई स्थानो पर अवैध रुप से वाहन खडा करके वसूली की शिकायत सामने आती रही है। परंतु अब गैर शासकीय संगठनो ने भी अवैध वसूली का बीडा उठा लिया है। और तो और पुलिस अधीक्षक का परमीशन दिखाकर ये एनजीओ दबंगई से ट्रको से 100-100 रुपए की राशि वाहन मे रिफलेक्टर व रेडियम लगाने के नाम पर ले रहे है। मामला सूरजपुर जिले के चंदौरा थाना व पोडी मोड के बीच देखने को मिला है। यंहा मुस्कान फाउण्डेशन नामक एनजीओ द्वारा बकायदा सडक किनारे वाहन लगाकर वाहनो मे रेडियम और रिफलेक्टर लगाने के लिए वाहनो को रोकते दिखाई दिए। हांलाकि वाहनो मे इस प्रकार का कोई काम उनके द्वारा नही किया जा रहा था अलबत्ता उसके नाम पर एक रशीद थमा कर 100 रुपए ले लिए जा रहे थे।  ज्ञात हो कि उस मार्ग मे प्रतिदिन लगभग 200 से ज्यादा ट्रको का आवागमन होता है ,ऐसे मे प्रतिदिन उस एनजीओ की अवैध कमाई कितनी होती होगी इसका अंदाजा लगाया जा सकता है। बडी बात ये है कि इस वसूली का लिखित आदेश खुद सूरजपुर एसपी ने दिया है। जिसे दिखाकर एनजीओ संचालक व उनके आदमी अनाप शनाप वसूली किए जा रहे है।

जानकारी के अनुसार अम्बिकापुर बनारस रोड पर प्रतापपुर मोड और चंदोरा थाना के बीच सीजी 13- 0811 कार को सडक किनारे लगाकर एक कथित अधिकारी वाहन मे बैठकर , तीन-चार कथित कर्मचारियो को वंहा से आने जाने वाले ट्रको को रोकने के काम मे लगे है। ऐसा सोमवार के दिन देखा गया। प्रत्येक ट्रक से 100 रुपए की वसूली करते हुए , मुश्कान फाउण्डेशन नामक एक गैर शासकीय संगठन के नुमाईंदे देखे गए । लिहाजा ट्रक वालो से अवैध वसूली के मामले को हमने जानने का प्रयास किया तो एक ट्रक ड्रायवर ने बताया कि ये लोग अपने आप को यातायात पुलिस बताकर हमसे 100 रुपए की वसूली कर रहे है, लेकिन रुपया लेकर ना ही रिफलेक्टर लगा रहे है और ना ही काली फिल्म । हांलाकि ट्रक चालको से बात करने के दौरान ही कार मे बैठा कथित अधिकारी वंहा पंहुचा और अपने पर्स से एक आदेश निकाल कर दिखाने लगा। जिसमे सूरजपुर एसपी के एक आदेश मे लिखा था कि मुस्कान फाउण्डेशन को थाना क्षेत्र मे कैंप लगाकर व्यवसायिक वाहनो मे टेल लाईट, रेडियम रिफलेक्टर तथा हेड लाईट आधा काला लगाया जाना है। जिसके लिए आदेश मे बकायदा सूरजपुर जिले के सभी थाना प्रभारियो को 25 जून 2016 को आदेश भी जारी किया गया था। लेकिन जानकर हैरानी होगी कि ये लोग ना ही थाना परिसर मे कैंप लगाकर वसूली कर रहे थे और ना ही इनके साथ कोई पुलिस अधिकारी या कर्मचारी ही वंहा मौजूद था। ऐसे मे यह संस्था किस प्रकार की वसूली वाहन चालको से कर रही थी यह बात तो पुलिस अधीक्षक बता सकते है।

पूरा मामला बनारस हाईवे पर स्थित चंदौरा थाना से तकरीबन एक किलोमीटर पहले उस स्थान का है जंहा ढंग से किसी मोबाईल का कवरेज भी नही था। मतलब परिस्थितयो और पुलिस अधीक्षक के आदेश को देखते हुए ये साफ लग रहा था कि अवैध वसूली का ये खेल मे पुलिस भी हिस्सेदार है। हांलाकि इस संबध मे हमने चंदौरा थाना प्रभारी रविन्द्र सिंह से जानकारी लेनी चाही तो उन्होने कहा जिस स्थान वो लोग वसूली कर रहे थे वो हमारा थाना क्षेत्र नही है कहकर पल्ला झाड लिया।

एक महीने का दिया था आदेश …एसपी

सूरजपुर एसपी आर पी साय ने कहा कि मुस्कान फाउण्डेशन को हमने एक महीने के लिए आदेश जारी किया था। अगर अभी तक कर रहे है तो गलत है , ऐसा है तो मै सभी थाना प्रभारियो को बोल कर इस काम को बंद करवाता हूं।