कोरिया|कुलदीप तिवारी
कोरिया। जिले के भरतपुर ब्लॉक के क़रीब 400 किसान अपने हक़ के लिए क़रीब 09 साल से भटक रहे हैं। दरअसल साल 2010-11 में जनकपुर कोटाडोल सड़क का निर्माण कार्य और चौड़ीकरण हुआ था। जिसमें किसानों की भूमि का अधिग्रहण किया गया था। किसानो को ज़मीन के बदले सरकार ने मुआवजा देने का प्रावधान रखा था।
अब सड़क भी बन चुकी है। लोग उस सड़क में चलना भी शुरू कर चुके हैं। लेकिन किसानों को अबतक उनके हक के मुआवजे का इंतज़ार है। 08-09 साल बीत गए लेकिन आज तक किसानों को मुआवजा नहीं मिला है। किसानों को उनका हक़ दिलाने अब चांग भाख़ार जन सेवा समिति के सदस्य सामने आए हैं।
इस मामले में जनकपुर पीडब्लयूडी कार्यालय पहुंचकर समिति के सदस्यों ने इसकी जानकारी लेनी चाही तो वहाँ बताया गया कि इसकी प्रक्रिया पूरी हो चुकी है, फंड आने के बाद ही मिलेगा। विभाग की तरफ़ से आश्वासन भी दिया गया की किसानों को उनके जमीन का मुआवजा मिलेगा।
गौरतलब है की इस मामले को लेकर विधानसभा चुनाव से पहले किसानों द्वारा चक्काजाम भी किया है। जिसमें सरगुजा विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष एवं क्षेत्रीय विधायक गुलाब कमरों भी शामिल थे। लेकिन अब जब सरकार बन गई तो यह मुद्दा ठंडे बस्ते में चला गया है। तब गुलाब कमरों ने भी आश्वाशन दिया था की कांग्रेस सरकार बनने पर किसानों के मुआवजा की राशि मिलना तय है। अब लोगों को विधायक गुलाब कमरों से उम्मीद जगी है की किसी तरह वो किसानों को उनका हक़ दिलाएँ।
चांग भाखार जन सेवा समिति ने अब इस मामले को तब तक उठाने का फ़ैसला किया है। जब तक किसानों को मुआवज़ा न मिल जाए। समिति का उद्देश्य है की प्रशासनिक तौर पर पिछड़े इस इलाक़े में लोगों का हक़ मिले और लोग ख़ुशहाल रहें।