राशन कार्ड सत्यापन के चक्कर में जरूरत मंदों का नाम कटा

बलरामपुर-(कृष्ण मोहन कुमार) जिले में राशन कार्ड सत्यापन में जमकर लापरवाही बरते जाने का मामला प्रकाश में आया है, और सत्यापन कर्ता कर्मचारियों की गलती का खामियाजा हकीकत में सार्वजनिक वितरण प्रणाली के पात्र हितग्राहियो को भुगतना पड़ रहा है, तो  वही अब अधिकारी मामले की जांच की बात कह रहे है। बलरामपुर जिले के राजपुर ब्लाक के ग्राम भेस्की में तीन गरीब वृद्धाओं के राशन कार्ड को दो वर्ष पूर्व सत्यापन के दौरान सत्यापनकर्ता ने काट दिया था,जिसके चलते उन्हें सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत प्रदाय किये जाने वाले खाद्य सामग्री सरकारी राशन दुकान से नही मिल पा रहा है, वही गरीब और असहाय हो चुकी इन वृद्धाओं को दोबारा राशन कार्ड में नाम जुड़वाने के लिए पंचायत सचिव से लेकर ग्रामीण तबके सरकारी महकमे से मिन्नते करनी पड़ रही है।

दरसल अपात्र लोगो के राशन कार्ड निरस्त करने सरकार ने गरीबी रेखा के राशन कार्डों को सत्यापित करने का पैतरा अपनाया था,और समूचे प्रदेश में यह कवायद बड़े ही जोर शोर के साथ कि गई थी ,लेकिन सत्यापन कर्ताओ की लापरवाही से भेस्की गाँव के इन तीन गरीब और असहाय हो चुके वृद्धाओं के नाम राशन कार्ड की फेहरिस्त से हटा दिए गए,तो वही अब ये बुजुर्ग महिलाएं न्याय की गुहार लगाने शारीरिक कमजोरी के चलते ब्लाक मुख्यालय तक जाने में असमर्थ है।

वही इस पूरे मामले में राजपुर अनुभाग के एस डीएम शिव बैनर्जी मामले की जांच करवाकर इन वृद्धाओं को उनका हक दिलाने की बात कह रहे है।

प्रदेश में संचालित तमाम सरकारी योजनाओं के नब्ज टटोले प्रदेश सरकार के मुखिया पिछले कुछ वर्षों से सुराज अभियान चलाती आ रही है,और पिछले महीने ही लोक सुराज अभियान का अंतिम चरण सम्पन्न हुआ था,लेकिन अब भी कई गांव ऐसे है जहाँ सुराज की झलक तक नही पहुच पाई,और उसी की खामी है कि आज यह मामला सामने आया है,और सरकारी तंत्र इस मामले में किस तरह से कार्यवाही कर हकीकत में पात्र इन हिग्राहियो के साथ को कब तक न्याय दिला पायेगा यह समय के गर्भ में है।