Raipur News: स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव का बड़ा बयान सामने आया हैं। जिसमें वे कहते नजर आ रहे हैं कि विधानसभा चुनाव से पहले वो अपने भविष्य के बारे में बड़ा निर्णय ले सकते हैं। ये बयान दरअसल उन्होंने सूरजपुर में दिया। जहां वे विकास प्राधिकरण की बैठक में शामिल होने पहुचे थे। पत्रकारों के सवाल पर उन्होंने ये जवाब दिया कि चुनाव से पहले अपने भविष्य के बारे में कुछ निर्णय लूंगा। अभी मैंने कुछ सोचा नहीं है। उसके बाद ही कार्यकर्ताओं से कुछ कह पाऊंगा। मंत्री टीएस सिंहदेव से आगमी चुनाव में कार्यकर्ताओं की निराशा को लेकर सवाल पूछा गया था कि कार्यकर्ता कहीं न कही सीएम के चेहरे के रूप में मंत्री टीएस सिंहदेव को देखना चाहते थे। अब उनकी निराशा कैसे दूर की जाएगी और इसी सवाल पर मंत्री टीएस सिंहदेव ये कहते है कि चुनाव से पहले बड़ा निर्णय लूंगा।
टीएस सिंहदेव के मन की बात इस जवाब से कई सवाल खड़े हो रहे हैं कि आखिरकार मंत्री टीएस सिंहदेव कौन सा बड़ा निर्णय ले सकते है?
विपक्ष ने ली चुटकी
मंत्री टीएस सिंहदेव के इस बयान के बाद विपक्ष भी चुटकी लेने पर पीछे नही रहा। बीजेपी के वरिष्ठ नेता राजेश मूणत ने ट्वीट कर ढाई ढाई साल फार्मूला याद दिलाया। उन्होंने ट्वीट कर लिखा कि, आखिर मन का दर्द होठों पर फिर एक बार आ ही गया, ये चिंगारी कब बारूद बनकर फूटेगी, ये तो आने वाला वक्त ही बताएगा! @TS_SinghDeo महाराज! सोनिया- राहुल जी, तो ढाई साल पर फैसला ले नही सकें, लेकिन अब 4 बाद अब खुद फैसला लेना है, तो देरी नहीं करना चाहिए! क्योंकि @bhupeshbaghel है तो धोखा है!
छत्तीसगढ़ में ढाई ढाई साल का फार्मूला
2018 विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पूर्ण बहुमत के साथ जीत कर आई और जब मुख्यमंत्री का चेहरा चुने जाने की बात ने जोर पकड़ा था। तब भूपेश बघेल और टीएस सिंहदेव दोनों मुख्यमंत्री पद के लिए प्रबल दावेदार थे। दोनों के नाम आलाकमान तक पहुँचे थे और आखिरकार भूपेश बघेल के नाम पर लगती हैं मुहर, उसके बाद शुरू होता हैं ढाई ढाई साल का फार्मूला। इस फॉर्मूले के तहत ढाई साल भूपेश बघेल मुख्यमंत्री रहेंगे। ढाई साल टीएस सिंहदेव मुख्यमंत्री रहेंगे। हालांकि पार्टी ने ऐसे फार्मूला से इंकार किया हैं।
दोनों के बीच चल रही नाराजगी
दोनों के बीच की नाराजगी भी किसी से छुपी नही हैं, हालांकि पूरी तरह से उभर कर सामने भी न आ सकी। बीते माह ही मंत्री टीएस सिंहदेव ने पंचायत विभाग से इस्तीफा दिया था। जिसके बाद से ही लगातार मंत्री टीएस सिंहदेव की नाराजगी देखी जा रही हैं।